बिकने वाला है नोएडा का फेमस जीआईपी मॉल, जानिए ऐसा क्यों हुआ हाल..?
केशव झा
नोएडा. दिल्ली मेट्रो के सेक्टर 18 के पास स्थित ग्रेट इंडिया प्लेस यानि जीआईपी मॉल बिकने के कगार पर आ गया है. ये मॉल एक समय नोएडा का सबसे बड़ा मॉल माना जाता है. पूरे दिल्ली एनसीआर से लोग यहां आते थे. कोरोना के बाद से इस मॉल का हाल कैसे बेहाल हो गया, आइए जानते हैं:
जीआईपी मॉल में यहां बड़ी संख्या में लोग शॉपिंग और मौज मस्ती के लिए आते हैं। इस मॉल के पीछे तरफ वंडर्स ऑफ़ वंडर मनोरंजन पार्क शामिल है जो लोगों को अपनी तरफ आकर्षित करती है।
मॉल का हाल क्यों हुआ बेहाल?
जीआईपी मॉल करीब 15 साल पहले बना था. नोएडा को नहीं पहचान देने वाल मॉल खुद अपनी पहचान नहीं बचा पा रहा है. ये मॉल अब बिकने के कगार पर आ चुका है। कोरोना की मार से ये मॉल बेहाल हो गया है. यह माल अपने आप को उबार नहीं सका।
2007 में बनकर हुए मॉल में घूमने और शॉपिंग करने के लिए बड़ी संख्या में लोग आते थे, लेकिन कोरोना के बाद से इसमें भीड़ काफी कम हो गई है। इस मॉल की गणना देश के सबसे बड़े मॉल्स में होती थी.
इसके अलावा आसपास कई और बड़े माल खुलने से यहां आने वाले लोगों की संख्या लगातार कम होती जा रही है। 2016 में जीआइपी के ठीक सामने डीएलएफ माल आफ इंडिया खड़ा हो गया।
इसके बाद से जीआइपी की लोकप्रियता कम होती चली गई। यहां से कई कंपनियों के शोरूम भी चले गए। माल खाली होता चला गया। कोरोना काल में भी यहां से कई ब्रांडेड कंपनियों के शोरूम चले गए।
कितने में बिकने की है ख़बर
द ग्रेट इंडिया पैलेस यानी जीआईपी मॉल को अप्पू घर ग्रुप और द यूनिटेक ग्रुप ने मिलकर बनाया था. इसका रखरखाव एंटरटेनमेंट सिटी लिमिटेड नाम की कंपनी करती है।
इस मॉल को 2 हजार करोड़ रुपए में बेचने की बातचीत हो रही है पर अब तक इस बात की ऑफिशियल अनाउंसमेंट नहीं हुई है।
इस मॉल में जीआईपी किडजोनिया एम्यूजमेंट पार्क और गार्डन गैलरिया जैसी चीजें लोगों के आकर्षण का प्रमुख केंद्र हैं लेकिन कोरोना काल से यहां पर लोगों का आना कम हो गया. इस माल से बिग बाजार भी चला गया तब से लोगों का आना और भी कम हो गया.