गुरूकृपा ट्रेन से सिख तीर्थ स्थलों में मत्था टेकने का बेहतरीन मौका…जानिए क्या मिलेंगी सुविधाएं, कितना होगा किराया?
गुरूकृपा ट्रेन से यात्रा करके आप देश के धार्मिक स्थलों का भ्रमण कर सकते हैं. भारतीय रेलवे अमृतसर से इस ट्रेन की शुरुआत करने जा रही है. आइए जानते हैं कि 9 अप्रैल से शुरू होने वाली ये ट्रेन किस तरह से देश में धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देगी?
अनुज सिंह
इंडियन रेलवे धार्मिक पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पहले से ही भारत गौरव पर्यटक ट्रेन चला रहा है. इसी कड़ी में गुरूकृपा ट्रेन की शुरूआत की गई है जो अमृतसर से 9 अप्रैल को रवाना होगी.
7 दिनों में कई धार्मिक स्थलों के कीजिए दर्शन
गुरूकृपा ट्रेन 7 दिनों में लगभग 5100 किलोमीटर की यात्रा तय करेगी, जिसमें यात्रियों को जो हजूर साहेब नांदेड, श्री गुरु नानक झीरा साहिब बीदर और हर मंदिर साहिब के दर्शन करने का सौभाग्य मिलेगा.
दिल्ली, नांदेड़ और बीदर जैसे अन्य स्थानों से होते हुए श्री हजूर साहिब पहुंचेगी। उन्होंने कहा कि यहां से ट्रेन बिहार के पटना साहिब जाएगी और 15 अप्रैल को दिल्ली होते हुए गुरु नगरी अमृतसर संगत को श्री हरिमंदिर साहिब के दर्शन करवाने के लिए पहुंचेगी।
इस ट्रेन मे स्लीपर क्लास के कुल 9 कोच और थर्ड एसी और सेकंड एसी के कोच मौजूद हैं | लगभग 600 यात्री सफर कर सकते हैं | इस यात्रा के दौरान यात्रियों को केवल वेजेटेरियन फूड उपलब्ध कराया जाएगा.
अमृतसर, ब्यास, जालंधर छावनी, लुधियाना, न्यू मोरिंडा, चंडीगढ़, अंबाला, कुरुक्षेत्र तथा दिल्ली सफदरजंग से भी यात्री सवार हो सकेंगें।
कितना होगा किराया?
वहीं अगर इस ट्रेन की किराए की बात करें तो स्लीपर क्लास में प्रति व्यक्ति का किराया 14100 रुपये, थर्ड एसी के लिए 24200 रुपये और सेकेंड क्लास एसी के लिए 32300 रुपये किराया है.
किराए में 7 दिनों तक का ट्रेन का किराया, शाकाहारी भोजन, होटल में ठहरने, बसों द्वारा भ्रमण, गाइड सुविधा और बीमा शुल्क शामिल है।
सिख समुदाय को सरकार की सौगात
वहीं इस ट्रेन के बारे में बीजेपी से जुड़े नेताओं ने कहा है ये ट्रेन सरकार की ओर सिख समुदाय को एक सौगात है.
दरअसल कुछ दिनों पहले बीजेपी के राष्ट्रीय महासचिव तरुण चुग ने पीएम मोदी और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से मुलाकात की जिसमें उन्होंने सिख समुदाय से जुड़े धार्मिक स्थलों के लिए एक स्पेशल ट्रेन चलाने का अनुरोध किया था जिसे उन्होंने तुरंत स्वीकार कर लिया. इसके बाद से ये ट्रेन चलाई जा रही है.