स्मार्ट सिटी का सच: बारिश से बेहाल हुआ बेंगलोर..पानी ही पानी दिखा चारो ओर, रेड अलर्ट जारी..लोगों को हो रही मुसीबत भारी
रश्मि शंकर
बारिश से बेहाल सिर्फ बेंगलुरु ही नहीं, देश का लगभग हर शहर होता है क्योंकि नगर निगम और संबंधित विभाग सही तरह से काम नहीं करते. हर साल देश की बड़े शहरों जैसे मुंबई, दिल्ली में देखने को मिलता है।
‘बर्बादी’ की बारिश से बेहाल बेंगलुरु
बेंगलुरु में पिछले 8 दिनों से भारी बारिश जारी है। लोगों का घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है। इसके अलावा बिजली और पीने के पानी का संकट भी खड़ा हो गया है।
रिहाइशी इलाकों से लेकर सड़कों तक पानी- ही पानी नजर आ रहा है। भारी बारिश को देखते हुए स्कूल कॉलेज भी बंद कर दिए गए हैं. मौसम विभाग के अनुसार, बंगलूरू के शहरी जिले में रविवार को 28.1 मिमी बारिश दर्ज की गई।
यह समान्य से 368 फीसदी अधिक था वहीं सोमवार की रात 13 सेमी बारिश हुई जो कि राज्य में सबसे ज्यादा है। पूरे शहर में पानी भरा है। जलभराव से ट्रैफिक जाम हो गया है लोगों को आने जाने में भारी मुसीबतों का सामना करना पड़ रहा है.
कर्नाटक में बारिश का क़हर
कर्नाटक के 16 जिलों में ज्यादा बारिश हो रही है। इसकी वजह शीर जोन बताया जा रहा है। समंदर से 5-6 किमी की ऊंचाई पर शीर जोन बनने की वजह से दक्षिण कर्नाटक में भारी बारिश हो रही है। बता दें कि शीर जोन का मतलब होता है कि किसी क्षेत्र में विपरीत हवाओं का भर जाना। इससे भारी बारिश होती है।
इसका एक और कारण यह भी है की तमाम गांवों को बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका में जोड़ा गया लेकिन नगर निगम ने गांवों को शहर के सीवेज बुनियादी ढांचे से जोड़ने की कवायद नहीं की जिसके चलते जलजमाव की स्थिति सामने आती है और जो हालात आज सामने आई है वैसे स्थिति आगे भी आएगी अगर इस बारे में गंभीरता से सोचा नहीं गया।
मौसम विभाग ने जारी किया रेड अलर्ट
मौसम विभाग ने बेंगलुरु में बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है। विभाग का कहना है कि अगले 5 दिनों में लगातार भारी बारिश हो सकती है। जिससे हालात और ज्यादा खराब होने की आशंका है।
बारिश से निपटने में नाकाम स्मार्ट सिटी ?
आईटी हब बेंगलुरु देश के बड़े शहरों में से एक है. 30-30 करोड़ के घर में अमीर लोग रह रहे हैं वे भी अपने घर को छोड़कर नाव से दुसरी जगह जाने को बेबस हैं।
जानकारों का कहना है कि बेंगलुरू में जो हालात बने वह पटना, कोलकाता या गोवाहाटी जैसे शहरों में बीते महीने में देखा जा चुका है. वर्षों पहले चेन्नई और मुंबई जैसे महानगरों में भारी बारिश और बाढ़ में तो लोगों की जान तक भी जा चुकी है.
बेंगलुरू को भारत का सिलिकन शहर भी कहा जाता है. लेकिन शहर की प्लानिंग को लेकर सवाल उठते रहते हैं. हर साल भारी बारिश के बाद पानी सड़कों, घरों और इमारतों के बेसमेंट में भर जाता है लेकिन शासन-प्रशासन कोई सबक नहीं सीखता.
एक और कारण तेजी से बढ़ता शहरीकरण है, बड़े शहरों का लगातार विस्तार हो रहा है, कंक्रीट के जंगल बन रहे हैं और बड़े पेढ़ काटे जा रहे हैं इसलिए बारिश का पानी अनियंत्रित हो जाता है.
हर साल, यही हाल होता है. सरकार इस पर कोई कदम नहीं उठा रही. हाल में पाकिस्तान में बारिश की वजह से 1,100 लोगों की मौत हो गई और हज़ारो लोग बेघर हो गए हैं. 20 एकड़ में फैली ज़मीन की फसल बर्बाद हो गई। पड़ोसी देश पाकिस्तान से सबक लेने की ज़रूरत है ताकि ऐसे हालात आने पर सही तरह से निपटा जा सके.