गर्व का पर्व : पीएम मोदी ने लाल क़िले पर फहराया तिरंगा,1 घंटे 22 मिनट तक भाषण दिया,जानिए 5G से 5 प्रण तक क्या कहा?
76वें स्वतंत्रता दिवस पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लाल किले की प्रचीर से राष्ट्रीय ध्वज तिरंगा फहराया. इस मौके पर उन्होंने लगभग 82 मिनट तक भाषण दिया. उन्होंने जहां जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान नारे में जय अनुसंधान जोड़ा, वहीं 5G से लेकर 5 संकल्प तक के जिक्र में क्या कहा? आइये जानते हैं.
जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान, जय अनुसंधान
पीएम मोदी ने लाल किले से अपना भाषण की शुरुआत देशवासियों और दुनियाभर में रह रहे भारतीयों को स्वतंत्रतादिवस की शुभकामनाएं देते हुए की. उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री के नारे जय जवान, जय किसान और अटल बिहारी बाजपेई के नारे जय जवान, जय किसान, जय विज्ञान में एक नए शब्द जय अनुसंधान को जोड़ा.
उन्होंने कहा कि हर क्षेत्र में रिसर्च और इनोवेशन हो रहे हैं और हमारे युवा इस रिसर्च को और अधिक ऊंचाइयों तक ले लाएं. राष्ट्र और समाज के लिए तकनीकि और अनुसंधान का प्रयोग करना आवश्यक है.
स्वतंत्रता सेनानियों के हर सपने को 2047 तक करें सच
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि देश आजादी का अमृत महोत्सव मना रहा है. बहुत से क्षेत्रों में हमारे देश ने उल्लेखनीय प्रगति की है लेकिन आज भी स्वतंत्रता सेनानियों के सपने पूरे नहीं हुए है. हम सबको स्वतंत्रता दिवस के 100 साल पूरे होने तक यानि 2047 तक उनके हर सपने को सच करना है.
देश के ग़रीब से ग़रीब नागरिक को सशक्त बनाना है. अगले 25 साल हमारे देश के लिए अत्यंत महत्वपूर्ण है. हम सबको को एकजुट होकर देश के विकास के लिए नए संकल्प लेना है.
देशवासियों से ये 5 संकल्प लेने को कहा
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आने वाले 25 साल की यात्रा को ‘अत्यंत महत्वपूर्ण’ कहा. इस अवसर पर देश को आगे बढ़ाने के लिए उन्होंने 5 संकल्प लेने का आग्रह किया. गुलामी की सोच से आज़ादी, देश की संस्कृति और विरासत पर गर्व, एकता, अखंडता और एकजुटता, देश के प्रति अपने कर्तव्यों को निभाना और देश को विकसित बनाने के लिए पूर्ण समर्पण . उन्होंने कहा कि जब वह 130 करोड़ देशवासी ये 5 प्रण लेकर चलेंगे तो साल 2047 तक हमारा देश विकसित देश बन जाएगा
कोरोना से जंग, मिलकर लड़े और जीते
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि कोरोना देश और दुनिया में अभूतपूर्व संकट लेकर आया. हमने इस संकट का सामना किया और सफलतापूर्वक कोविड-19 के खिलाफ लड़ाई में में सबने साथ दिया. भारत ने समयबद्ध तरीके से 200 करोड़ वैक्सीन लागने का रिकॉर्ड बना लिया और वैक्सीनेशन अभी भी जारी है.
विश्व के किसी भी देश में इतने बड़े लेवल पर वैक्सीन नहीं दी गई है. देश के नागरिक कोरोना योद्धाओं के साथ खड़े रहे और थाली बजाने और दीया-लाइट जलाने जैसे कदमों से इसे प्रदर्शित भी किया.
जड़ों से जुड़ी है देश की नई एजुकेशन पॉलिसी
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण में शिक्षा व्यवस्था का भी ज़िक्र किया. उन्होंने कहा कि नई एजुकेशन पॉलिसी देश की जड़ों से जुड़ी है. देश की भाषाओं को सशक्त करते हुए हमारे बच्चों के स्किल्स को बढ़ाती है. जड़ से जहां तक हमारे छात्र अपनी प्रतिभा का लोहा मनवा रहे हैं.
ये नई शिक्षा नीति युवाओं को नौकरी देने वाला बनाएगी. पीएम मोदी ने कहा, ‘‘हमारी विरासत पर हमें गर्व होना चाहिए. जब हम अपनी धरती से जुड़ेंगे तभी तो ऊंचा उड़ेंगे. जब हम ऊंचा उड़ेंगे, तभी हम विश्व को भी समाधान दे पाएंगे.
विकास के लिए भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद का खात्मा ज़रूरी
पीएम मोदी ने कहा कि देश के सामने दो बड़ी चुनौतियां हैं. पहली चुनौती है भ्रष्टाचार और दूसरी चुनौती है भाई-भतीजावाद यानि परिवारवाद. हमारे यहां कई लोग गरीबी से परेशान हैं तो दूसरी तरफ भ्रष्टाचारी लोग अमीर से और अमीर होते जा रहे हैं. भ्रष्टाचार दीमक की तरह देश को खोखला कर रहा है और उन्हें इसके खिलाफ लड़ाई तेज करनी हैहमें भ्रष्टाचार के खिलाफ पूरी ताकत से लड़ना है.
भाई-भतीजावाद और परिवारवाद राजनीति से लेकर हर क्षेत्र में है. इस बुराई ने देश के असली टैलेंट को दूर कर दिया है. इस बुराई को दूर करना ही होगा. योग्यता के आधार पर ही देश को आगे बढ़ाना होगा.
तकनीकी से आती है तरक्की
पीएम ने कहा पिछले आठ वर्षों में आधार और मोबाइल जैसी तकनीकि का प्रयोग करते हुए हमने लाभार्थी को सीधे उसके बैंक अकाउंट में पैसे पहुंचाए और इस तरह से 20 लाख करोड़ रुपयों को भ्रष्टाचार की भेंट नहीं चढ़ने दिया. इस पैसे का उपयोग देश की भलाई के काम में लगाया
5जी से बढ़ेगी इंटरनेट और देश के विकास की गति
पीएम ने अपने भाषण में कहा कि देश को बहुत जल्द 5जी की सुविधाएं मिलने वाली है. डिजिटल इंडिया से देश विकास की राहों में और तेजी से आगे बढ़ेगा. ऑप्टिकल फाइबर देश के हर गांव में पहुंचा रहे हैं, दूर-सुदूर रहने वाले नागरिकों को डिजिटल इंडिया से जोड़ा जाएगा
देश में 4 लाख कॉमन सर्विस सेंटर चल रहे हैं जो कई गांवों में अपनी सेवाएं दे रहे हैं. ग्रामीण इलाकों में हमारे ये 4 लाख डिजिटल बिजनेसमैन हैं. 5जी आ जाने से इंटरनेट के साथ साथ देश के विकास की गति भी तेज होगी. एजुकेशन सेक्टर में भी डिजिटल क्रांति आई है
आत्मनिर्भर भारत बनेशा सशक्त भारत
हमारा देश सही मायनों में तभी आत्मनिर्भर बनेगा जब देश का हर नागरिक आत्मनिर्भर होगा. जब हमारा ब्रह्मोस दुनिया में जाता है हर देशवासी का मन आसमान को छूता है. हमें हर क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनना है.
एनर्जी सेक्टर हो या सोलर सेक्टर, मिशन हाइड्रोजन, बायो फ्यूल की कोशिश, इलेक्ट्रिक व्हीकल हर क्षेत्र में हम प्रगति कर रहे हैं पर हमें अभी और अधिक आत्मनिर्भर बनना है. इससे हमारी अर्थव्यवस्था और मजबूत होगी.
देश के किसान प्राकृतिक खेती में आत्मनिर्भर बनें. नैनो फर्टिलाइजर के नए कारखाने खुले. आज ग्रीन जॉब के क्षेत्र में भी बहुत से जॉब हैं. प्राइवेट सेक्टर के लोग भी देश को आत्मनिर्भर बनानें में अपना योगदान दें.