देश में बढ़ रही है वाटर टूरिज्म की संभावनाएं…गंगा विलास क्रूज से हो रही हैं इतने सारे पर्यटन स्थलों की यात्राएं…!!
अनुज सिंह
देश में फिलहाल वाराणसी और कोलकाता के बीच 8 रिवर क्रूज संचालित हो रहे हैं। सरकार ने गंगा विलास नाम से एक लग्जरी क्रूज की शुरूआत की है.
विश्व के सबसे बड़े क्रूज में से एक गंगा विलास क्रूज है. ये भारत और बांग्लादेश के बीच आने वाले 5 राज्यों में 27 नदियों के माध्यम से लगभग 3200 किलोमीटर की दूरी 52 दिनों में तय करेगा। टूरिस्ट इस दौरान 52 दिनों में 50 पर्यटन स्थलों का भ्रमण करेंगे।
पीएम मोदी 13 जनवरी को दिखाएंगे हरी झंडी
ये क्रूज 13 जनवरी तक बनारस में रहेगा। पीएम नरेंद्र मोदी वीडियो कान्फ्रेंसिंग के जरिए हरी झंडी दिखाकर इस क्रूज को रवाना करेंगे। यह क्रूज काशी से चलकर 1 मार्च 2023 को डिब्रूगढ़ पहुंचेगा।
यह क्रूज़ उत्तर प्रदेश, बिहार ,कोलकाता, झारखंड और असम यात्रा कराएगा. वाराणसी पहुंचने पर इन सभी गेस्टो कोई धार्मिक स्थलों का टूर कराया जाएगा. इस तरह से पर्यटकों का इंडियन कल्चर से परिचय कराया जाएगा. इसके अलावा वर्ल्ड की हेरिटेज साइट भी दिखाई जाएंगी|
शुरुआत में टूरिस्ट बनारस की गंगा आरती से अपनी जननी स्टार्ट करेंगे और आगे चलकर कई सारे नेशनल पार्क देखेंगे इसमें काजीरंगा नेशनल पार्क और सुंदरवन डेल्टा भी शामिल है |
इसके बाद भारत के पवित्र शहरों मे में से एक शहर बुद्धिस्ट मॉनेस्ट्री विक्रमशिला भी कवर करेगा. जब यह जर्नी बांग्लादेश पहुंचेगी तो घोष सिटी आफ सोनार गांव और 14 मी सदी में बनी 60 गुम्मद मस्जिद और कई दूसरे हिस्टोरिकल और कल्चरल स्थलों को देखने का मौका मिलेगा|
यह क्रूज लगभग 27 वॉटर रिवर से गुजरेगा | इनमें से भारत की दो पॉपुलर रिवर शामिल है जो गंगा और ब्रह्मपुत्र हैं |बांग्लादेश में यह क्रूज़ लगभग 11 किलोमीर ट्रेवल करेगा |
गंगा विलास क्रूज की ख़ासियत
गंगा बिलास क्रूज़ मेक इन इंडिया का सबसे बड़ा एग्जांपल है| इस क्रूज का लैंथ 62.5 मीटर , विड्थ 12.5 मीटर और ड्राफ्ट 1.35 मीटर है| क्रूजमें यात्रियों का खास क्या रखा गया है | क्रूज में हाईटेक फैसिलिटी अवेलेबल है |
इस ग्रुप में यात्रियों को हर प्रकार की फैसिलिटी दी गई है| इस क्रूज में 5 स्टार होटल की तरह सुविधाएं उपलब्ध हैं. गंगा बिलास क्रूज PPP मॉडल पर बेस्ट है| इसको तीन कंपनिया ऑपरेट कर रही हैं |