अंगदान होता है महादान….विश्व अंगदान दिवस पर जानिए कैसे बचाएं लोगों की जान?
अंगदान आज के युग में सबसे बड़ा दान माना जाता है. अंगदान के प्रति लोगों को जागरूक करने के उद्देश्य से हर साल 13 अगस्त को विश्व अंगदान दिवस मनाया जाता है. आइए जानते हैं कि अंगदान करके किसी की जान कैसे बचाई जा सकती है और हमारे देश में अंगदान करने का क्या तरीका है?
अंगदान मानवता के लिए महादान होता है. ये दो प्रकार का होता है. पहला वह होता है जब किसी व्यक्ति को बीमारी के कारण उसके अंग की आवश्यकता होती है और कोई दूसरा व्यक्ति अपना अंग उसे देता है।
दूसरा वह होता है जब कोई व्यक्ति अपने मृत्यु के बाद अपने शरीर को मेडिकल साइंस के लिए, रिसर्च के लिए दान करता है. इससे आने वाली पीढ़ियों को फायदा पहुंचता है। इसके साथ ही, मृत्यु के बाद अपने शरीर की दान करके व्यक्ति अन्य लोगों की जिंदगी को उनके आवश्यकताओं के लिए उपयोगी बना सकता है।
विश्व अंगदान दिवस का इतिहास
हर साल 13 अगस्त को विश्व अंगदान दिवस मनाया जाता है. इस साल यानि 2023 का विश्व अंग दान दिवस की थीम है “ स्वयंसेवक की ओर कदम बढ़ाएं.
रोनाल्ड ली हेरिक को अंग दान करने वाला पहला व्यक्ति माना जाता है. उन्होंने 1954 में, अपनी किडनी अपने भाई को दी थी. डॉ. जोसेफ मेरे नाम के डॉक्टर ने इस अंग प्रत्यारोपण को सफलतापूर्वक किया था. बाद में सन 1990 में अंग प्रत्यारोपण के क्षेत्र में उल्लेखनीय काम करने के लिए नोबेल पुरस्कार दिया गया था।
किन अंगों का कर सकते हैं दान
अंगदान विशेष रूप से किडनी, हृदय, अग्न्याशय, आंख और दांत जैसे महत्वपूर्ण अंगों का होता है. इस विश्व अंगदान दिवस पर हमें यह समझने का मौका मिलता है कि हमारा शरीर सिर्फ हमारा नहीं, बल्कि दूसरों की जिंदगियों को भी बेहतर बनाने का माध्यम हो सकता है।
यह एक उद्देश्य है जो हमें सामाजिक सहायता और साझा-भागीदारी की महत्वपूर्णता को समझाता है और हमें सबको सही दिशा में एक साथ चलने की प्रेरणा देता है।
यदि आप अपने अंगदान करना चाहते हैं, तो पहले आपको आपके द्वारा दान करने वाले अवयव की तरह किसी अस्पताल या मेडिकल संस्थान में जाकर उनसे संपर्क करना होगा। आपको उनसे संबंधित फॉर्म भरने के बारे में मार्गदर्शन मिलेगा जो आवश्यक जानकारी और प्रक्रिया के बारे में होते हैं।
अंगदान की प्रक्रिया
हमारे देश में मानव अंग प्रत्यारोपण अधिनियम 1994 के तहत अंग दान कानूनी रुपी से मान्य है. यह ब्रेन डेड के केस में भी लागू होता है.
अंग दान एक ऐसी प्रक्रिया है जिसमें आप जीवित रहते हुए एक सहमति पत्र पर हस्ताक्षर करते हैं जिसमें लिखा होता है कि अपने निधन के बाद आप अपने अंगों को दान करने के लिए सहमत हैं.
इसके लिए आपको जिस सहमति फॉर्म भरना होगा. यह फॉर्म राष्ट्रीय अंग और ऊतक प्रत्यारोपण संगठन (एनओटीटीओ) की वेबसाइट पर उपलब्ध है। आपको अंगदान के बारे में जानकारी प्राप्त करने के लिए अस्पताल या अन्य संस्थानों से संपर्क करना होगा।
सेवानिवृत्ति प्रमाणपत्र भरें: आपको आवश्यक दस्तावेज और फॉर्म भरने की प्रक्रिया को पूरा करना होगा।
मेडिकल परीक्षण: आपका शारीरिक स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा ताकि दान करने से किसी और को कोई खतरा ना हो।
जब आपकी परीक्षण और स्वास्थ्य की जाँच पूरी हो जाती है, तब अंग प्रत्यारोपण किया जाता है।
अंगदान से आप दूसरों के जीवन को बचा सकते हैं। अंगदान करने का प्रक्रिया एक महत्वपूर्ण और जीवनरक्षक प्रयास होता है। यह एक समर्पित प्रक्रिया होती है जिसमें एक व्यक्ति अपने जीवन के समय या मरने के बाद अपने अंग को दूसरों के लिए दान करता है।
निशा भारद्वाज