भारतीय रेलवे से जुड़े दिलचस्प तथ्य जानिए…सेंट्रल, टर्मिनल और जंक्शन स्टेशन में अंतर समझिए..!!
भारतीय रेलवे में यात्रा करते समय आपने रास्ते में कई स्टेशनों को अपने देखा होगा जिसका नाम अलग- अलग होता है जैसे टर्मिनल, जंक्शन और सेंट्रल स्टेशन के नाम से देखा होगा जैसे कि आगरा जंक्शन, कानपुर सेंट्रल आदि. आइए जानते हैं कि टर्मिनल, जंक्शन और सेंट्रल स्टेशन में क्या अंतर होता है?
भारतीय रेलवे का रनिंग का ट्रैक 92,081 किमी में फैला हुआ है. पूरे भारत में सार्वजनिक परिवहन का सबसे महत्वपूर्ण साधन है इंडियन रेलवे ऐसा है जो आसानी से हर व्यक्ति को उपलब्ध हो जाता है.
टर्मिनल, जंक्शन और सेंट्रल स्टेशन में अंतर
ट्रेन से यात्रा करते समय रास्ते में कई स्टेशनों को अपने देखा होगा जिसका नाम अलग- अलग होता है जैसे टर्मिनल, जंक्शन और सेंट्रल स्टेशन के नाम से देखा होगा आपने उदाहरण के लिए आगरा जंक्शन, कानपुर सेंट्रल.आपको इसके बारे में बताते हैं कि ये क्यों लिखा होता है
टर्मिनल स्टेशन :
टर्मिनल का अर्थ यह है कि जब रेलवे का ट्रैक या रास्ता समाप्त हो जाता है यानि आगे का रास्ता या ट्रैक और बाकी न हो तो उसे टर्मिनल कहा जाता है कहने का अर्थ यह है कि इस स्टेशन से ट्रेन अब आगे नहीं जा सकती है यानि ट्रेन केवल एक ही दिशा में प्रवेश कर सकती है या छोड़ सकती है तो उसे टर्मिनल कहते हैं.
छात्रपति शिवजी टर्मिनल और लोकमान्य तिलक भारत देश के सबसे बड़े टर्मिनल स्टेशन है उदाहरण के लिए जैसे बांद्रा टर्मिनस, हावड़ा टर्मिनल, भावनगर टर्मिनल इत्यादि टर्मिनल है.
सेंट्रल स्टेशन :-
सेंट्रल स्टेशन की बात करें तो यह सेंट्रल स्टेशन शहर का सबसे व्यस्त और महत्वपूर्ण स्टेशन होता है जंहा बड़ी से बड़ी संख्या में लोगों का आना जाना लगा रहता है यदि किसी राज्य में स्टेशन है भी तो ये जरूरी नहीं है कि उस राज्य में सेंट्रल स्टेशन भी हो
उदाहरण के लिए भारत की राजधानी दिल्ली में कोई सेंट्रल स्टेशन नहीं है भारत की राजधानी दिल्ली बड़ा शहर होने के बावजूद भी दिल्ली में कोई सेंट्रल स्टेशन नहीं है भारत में केवल 5 सेंट्रल स्टेशन है त्रिवेंद्रम सेंट्रल, कानपुर सेंट्रल, मैंगलोर सेंट्रल, मुम्बई सेंट्रल और चेन्नई सेंट्रल.
जंक्शन स्टेशन
अगर बात करें तो जंक्शन का मतलब यह होता है कि यदि एक स्टेशन से कम से कम 3 रूट गुजर रहा हो तो उसे जंक्शन कहते स्टेशन कहा जाता है इसका सही अर्थ यह है कि स्टेशन पर आने वाली ट्रेनों में कम से कम दो आउटगोइंग ट्रेनों की लाइनें होनी चाहिए.
यही कारण है कि मथुरा को सबसे अधिक रूट वाला जंक्शन कहा जाता है जिसके 7 रूट है ऐसे में यदि अन्य जंक्शन रूटों की बात करें तो सेलम जंक्शन के 6 है विजयवाड़ा के 5 रूट है और बरेली जंक्शन आदि के भी 5 मार्ग रूट है ये सभी जंक्शन रूट कहलाते हैं.
रानी रॉय