मोदी कैबिनेट की मीटिंग में किसानों के लिए हुआ बड़ा फैसला…14 फसलों की MSP में वृद्धि
मोदी कैबिनेट की मीटिंग में MSP को लेकर महत्वपूर्ण फैसला लिया गया है. केंद्र सरकार ने 14 फसलों पर MSP की नई कीमतें निर्धारित कर दी है. हरियाणा, बिहार, महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली में होने वाले चुनावों के पहले ये फैसला लिया गया है. आइए जानते हैं किस फसल के लिए कितनी एमएसपी निर्धारित की गई है.
नई दिल्ली। मोदी सरकार ने किसानों के हित में एक अहम फैसला लिया है. मोदी कैबिनेट की मीटिंग में 14 फसलों की MSP निर्धारित कर दी गई है. इसके तहत अब धान की एमएसपी यानि मिनिमम सपोर्ट प्राइस लगभग 5.35 प्रतिशत बढ़ा दी गई है. इससे अब धान का मूल्य 2,300 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है।
किस फसल पर कितने मिलेगी MSP
कैबिनेट की बैठक में 14 फसलों के मूल्य निर्धारित किए गए. एमएसपी में बढ़ोत्तरी की जानकारी सूचना और प्रसारण मंत्री अश्विनी वैष्णव ने दी. उन्होंने कहा कि मंत्रिमंडल ने कृषि लागत और मूल्य आयोग (सीएसीपी) की सिफारिशों के आधार पर ग्रीष्मकालीन 14 खरीफ फसलों के लिए MSP यानि न्यूनतम समर्थन मूल्य पर मंजूरी दी है।
‘सामान्य’ ग्रेड के धान की MSP में 117 रुपये बढ़ाए गए हैं. इस तरह धान का मूल्य बढ़कर 2,300 रुपये प्रति क्विंटल हो गया है वहीं ‘ए’ ग्रेड किस्म के धान के लिए MSP बढ़ाकर 2,320 रुपये प्रति क्विंटल कर दिया गया है।
दरअसल सरकार ने वर्ष 2018 के केंद्रीय बजट में एक नीतिगत फैसला लिया था जिसके मुताबिक एमएसपी की कीमत उत्पादन की लागत से कम से कम 1.5 गुना होना चाहिए. इसी के आधार पर इन फसलों की एमएसपी में वृद्धि की गई है।
मूंग के लिए एमएसपी 8,682 रुपए प्रति क्विंटल, उड़द के लिए एमएसपी 7,400 रुपए प्रति क्विंटल, बाजरा के लिए एमएसपी 2,625 रुपए प्रति क्विंटल और सोयाबीन के लिए एमएसपी 4,892 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित की गई है.
विधानसभा चुनाव को देखते हुए फैसला
विपक्ष का कहना है कि मोदी सरकार ने हरियाणा, बिहार, महाराष्ट्र, झारखंड और दिल्ली में होने वाले चुनावों के पहले ये फैसला लिया है. वहीं सरकार का कहना है कि फसलों की लागत की गणना सीएसीपी ने वैज्ञानिक तरीके से की है।
एमएसपी में वृद्धि के फैसले से धान और कपास जैसी मुख्य फसलें उगाने वालों किसानों को फायदा मिलेगा. सरकार के हर फैसले को आने वाले चुनाव से जोड़कर नहीं देखना चाहिए.