हादसे की हक़ीक़त: मोरबी पुल हादसे में 134 लोगों की मौत के कौन हैं ज़िम्मेदार…क्या आरोपियों को सख्त सज़ा दे पाएगी सरकार..?
ऐजेंसियां
मोरबी पुल हादसे पर राहत और बचाव कार्य जारी है. गुजरात के गृहमंत्री हर्ष सांघवी ने बताया कि 134 लोगों की मौत की पुष्टि हो चुकी है। इसके अलावा मुख्यमंत्री ने जांच के लिए 5 सदस्यों वाली एसआईटी का गठन किया है।
पहला सवाल-हादसा क्यों हुआ
इस सवाल का जवाब है पुल पर 100 लोगों की क्षमता थी लेकिन 400-500 लोगों को आने दिया गया जिसकी वजह से पुल इतना भार सहन नहीं कर पाया और टूट गया.
दूसरा सवाल- नगर निगम से मरम्मत के बाद एनओसी नहीं मिली तो दीवाली के एक दिन बाद ही इस पुल को क्यों खोला गया?
इसका जवाब है कि पैसों के लालच में खोला गया क्योंकि 15 रु एक व्यक्ति का टिकट है तो आयोजकों को पता था कि त्योहार के बाद सैकड़ों लोग आएंगे तो बहुत कमाई होगी. इसी लालच में 100 लोगों की कैपिसिटी वाले पुल में 4-5 सौ लोगों को जाने दिया गया.
पुल में मरम्मत के बाद स्थानीय नगरपालिका ने पुल का कोई फिटनेस प्रमाण पत्र जारी नहीं किया था फिर भी पुल खोल दिया गया.
तीसरा सवाल- पुल को सही कराने में 2 करोड़ की लागत आई तो फिर पुल की मरम्मत के 5 दिन बाद ही पुल क्यों टूट गया?
इसका जवाब है पुल की मरम्मत में भ्रष्टाचार की दीमक लगा हुआ था जिसने पुल को अंदर से खोखला कर दिया था. पुल के रखरखाव की जिम्मेदारी ओरेवा कंपनी की थी तो इस कंपनी की भूमिका की जांच भी जरूरी है.
पांचवां सवाल- सैकड़ों लोगों की मौत का जिम्मेदार कौन है?