नवरात्र में होती है मां दुर्गा के 9 रुपों की आराधना…जानिए पहले दिन किस देवी की होती है अर्चना?
नवरात्र साल में दो बार आते है. ग्रीष्मकालीन और शीतकालीन. आज से चैत्र नवरात्र शुरू हो रहे हैं. आइए जानते हैं कि पहले दिन किस देवी की पूजा होती है?
हिंदुओं में शारदीय नवरात्रि का विशेष महत्व होता है। नवरात्रि के पहले दिन घट स्थापना की जाती है। इस बार शारदीय नवरात्रि पूरे 9 दिनों की रहेगी.
धार्मिक मान्यताओं के मुताबिक माता दुर्गा स्वर्गलोक से गज की सवारी करते हुए पूरे 9 दिनों तक अपने भक्तों के बीच रहेंगी और उन्हें आशीर्वाद प्रदान करेंगी।
नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा के प्रथम स्वरूप मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। हिमालय की पुत्री होने के कारण माता रानी को शैलपुत्री कहा जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, मां शैलपुत्री की पूजा-अर्चना करने से मान-सम्मान में वृद्धि व उत्तम सेहत प्राप्त होती है।
मां शैलपुत्री को सफेद वस्त्र अतिप्रिय हैं। ऐसे में नवरात्रि के पहले दिन मां दुर्गा को सफेद वस्त्र या सफेद पुष्प अर्पित करना चाहिए। इसके साथ ही सफेद बर्फी या मिठाई का भोग लगाना शुभ माना जाता है।
पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा की जाती है। पौराणिक मान्यताओं के अनुसार मां शैलपुत्री हिमालयराज की पुत्री हैं। पहले दिन शैलपुत्री की पूजा इसीलिए की जाती है ताकि जीवन में उनके नाम शैल यानि (पहाड़) की तरह स्थायित्व बनी रहे।
धार्मिक मान्यता है कि नवरात्रि में मां दुर्गा की पूजा-अर्चना करने से वे प्रसन्न होती हैं और अपने भक्तों की सारी मनोकामनाएं पूरी करती हैं।
किस मंत्र से करें मां शैल पुत्री पूजा
नवरात्र के पहले दिन मां शैल पु्त्री की पूजा का ये मंत्र है
ॐ ऐं ह्रीं क्लीं चामुण्डाय विच्चे ॐ शैलपुत्री देव्यै नम:।
मां शैलपुत्री की पूजा के बाद आरती भी करें।
शैलपुत्री मां का भोग-
इसके बाद मां दुर्गा के शैलपुत्री रूप को गाय के घी और दूध से बनी चीजों का भोग लगाया जाता है। मान्यता है कि ऐसा करने से मां शैलपुत्री प्रसन्न होती हैं।
शैलपुत्री मां का शुभ रंग-
नवरात्रि के पहले दिन की देवी मां शैलपुत्री का पसंदीदा रंग लाल है। इसलिए लाल रंग के कपड़े पहनकर पूजा पाठ करें.
(नवरात्र के पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा से जुड़े इस वीडियो को देखिए)