NCERT को मिला डीम्ड यूनीवर्सिटी का दर्जा…जानिए इससे छात्रों को क्या होगा फायदा?
NCERT को अपने 63वें स्थापना दिवस के अवसर पर शानदार गिफ्ट मिला है. केंद्र सरकार ने NCERT को डीम्ड यूनीवर्सिटी का दर्जा दे दिया है. इस उपलब्धि से जहां NCERT की ताक़त और बढ़ेगी वहीं छात्रों को भी फायदा मिलेगा.
NCERT यानि नेशनल काउंसिल ऑफ एजुकेशनल रिसर्च एंड ट्रेनिंग देश का प्रमुख शैक्षणिक संस्थान है. इसके प्रतीक चिन्ह विद्या की देवी जिस हंस पर विराजमान हैं उन्हीं तीन हंसों के युग्म से न केवल राष्ट्र बल्कि संपूर्ण सृष्टि में विद्या से प्राप्त होने वाले अमृत तत्व की लौ प्रज्ज्वलित है.
NCERT का ध्येय वाक्य ‘अविद्या मृत्युं तीर्त्वा विद्यामृतश्नुते।’ अर्थात् कर्मोपासना से मनुष्य, जीवात्मा द्वारा मृत्यु को पार करता है और विद्या से मोक्ष की प्राप्ति होती है। कर्मोपासना का तात्पर्य है कि वेद विहित शुभ कर्मों को करने से मनुष्य मृत्यु को पार कर जाता है अर्थात् वह जन्म व मरण के बन्धन से मुक्त हो जाता है।
NCERT को मिला डीम्ड यूनीवर्सिटी का दर्जा
NCERT को डीम्ड यूनीवर्सिटी का स्टेट्स देने की मांग लंबे समय से चल रही थी जिसे हाल ही में सरकार ने मांग लिया है. हाल ही में अपना 63वां स्थापना दिवस मनाया जिसमें शिक्षामंत्री धर्मेंद्र प्रधान मुख्य अतिथि थे. इस अवसर पर उन्होंने NCERT को डीम्ड यूनीवर्सिटी को दर्जा देने का एलान किया. इससे NCERT को नई जिम्मेदारियां मिलेंगी. इसके साथ ही NCERT को बाल भवन बनाने का जिम्मा सौपा गया है.
इसके अलावा ITEP का करिकुलम बनाने का कार्य भी एनसीईआरटी को मिला है. एनसीईआरटी राष्ट्रीय महत्व का संस्थान है. इसीलिए इसको ‘मानित विश्वविद्यालय’ का दर्जा दिया गया है,”। शिक्षा मंत्री ने कहा कि देशभर में क्षेत्रीय और राज्य शिक्षा परिषदें एनसीईआरटी के ऑफ-कैंपस के रूप में कार्य करेंगी।
छात्रों को क्या मिलेगा फायदा?
राष्ट्रीय शैक्षिक,अनुसंधान और प्रशिक्षण परिषद को डीम्ड यूनिवर्सिटी का स्टे्टस मिलने के बाद छात्रों को बहुत फायदा मिलेगा. “NCERT अब नए सिरे से नए विषयों के साथ ग्रेजुएशन, पोस्टग्रेजुएशन और डॉक्टरेट के कोर्स शुरू कर सकता है। इससे छात्रों को एडमिशन के लिए और मौके मिलेंगे. नई शिक्षा नीति के तहत कोर्स डिजाइन किए जाएंगे जो कि रोजगारपरक होंगे. वोकेशनल कोर्सज भी चलाए जाएंगे.