NEET को लेकर सुप्रीम कोर्ट की NTA को फटकार…ग्रेस मार्क्स रद्दकर फिर से परीक्षा कराएं एक बार
NEET एग्जाम को लेकर कंट्रोवर्सी बढ़ती ही जा रही है. रिजल्ट 14 जून को निकलना था लेकिन चुनाव परिणाम वाले दिन यानि 4 जून को नीट का रिजल्ट घोषित कर दिया गया. फिर पेपर आउट होने के आरोप लगे तो कई छात्रों को ग्रेस मार्क्स दिए गए. एक ही सेंटर से कई टॉपर्स आए. ऐसे में मामला सुप्रीम कोर्ट पहुंचा तो कोर्ट ने एनटीए से 1563 बच्चों को ग्रेस मार्क्स रद्द करके फिर से एग्जाम कराने के निर्देश दिए हैं.
नई दिल्ली. NEET यानि National Eligibility-cum-Entrance Test के जरिेए मेडिकल कॉलेजों में एडमिशन मिलता है. लाखों छात्र इस परीक्षा की हर साल तैयारी करते हैं. ऐसे में अगर इस परीक्षा में कोई गड़बड़ी होती है तो छात्रों का बहुत नुकसान होता है.
NEET एग्जाम पर सुप्रीम कोर्ट का फैसला
NEET एग्जाम को कई याचिकाएं सुप्रीम कोर्ट में दाखिल की गई थी जिस पर सुनवाई करते हुए सुप्रीम कोर्ट ने अहम फैसला दिया. सुप्रीम कोर्ट ने परीक्षा कराने वाली एजेंसी नेशनल टेस्टिंग एजेंसी यानि एनटीए को निर्देश दिया है कि ग्रेस मार्क्स रद्द किए जाए और संबंधित छात्रों के लिए फिर से परीक्षा कराई जाए.
एनटीए ने जारी किया नोटिफिकेशन
सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद एनटीए ने एक नोटिफिकेशन जारी किया है. इसके बाद 1563 विद्यार्थियों को दिए गए ग्रेस मार्क्स रद्द कर दिए गए हैं. इन छात्रों के लिए फिर से 23 जून, 2024 को टेस्ट का आयोजन किया जाएगा जिसका रिजल्ट 30 जून को घोषित किया जाएगा.
हलांकि इन 1563 छात्रों में जो छात्र फिर से परीक्षा नहीं देना चाहते हैं उनके लिए कोई बाध्यता नहीं है. ऐसे में इच्चुक छात्र ही परीक्षा दे सकते हैं और जो परीक्षा नहीं दे रहे है उनका पुराना परिणाम ग्रेस मार्क्स के बगैर डिक्लेयर किया जाएगा.
शिक्षा मंत्री का पेपर लीक होने से इंकार
वहीं इस मामले में शिक्षा मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने एनटीए का बचाव किया है. उन्होंने कहा है कि ग्रेस मार्क्स को लेकर गड़बड़ी हुई है लेकिन नीट का पेपर कहीं लीक नहीं हुआ है.
एनटीए देशभर में कई बड़ी परीक्षाओं का सफलता पूर्वक आयोजन करता है ऐसे में एनटीए की तारीफ होनी चाहिए. नीट परीक्षा में जो भी अनियमितताएं हुई हैं उसके लिए एक हाई लेवल जांच कमेटी बना दी गई है.
वहीं बहुत से छात्र नीट एग्जाम को पूरी तरह से रद्द करने के लिए देशभर में आंदोलन कर रहे हैं. इन छात्रों की मांग है कि इस एग्जाम को फिर से कराया जाए.
एजेंसी