महाराष्ट्र: चुनाव आयोग ने ठाकरे और शिंदे गुट को दिया नया नाम, नया चिन्ह..दोनों गुटों की प्रतिक्रिया जानिए
दीपा मिश्रा
बाला साहेब ठाकरे की पार्टी शिवसेना आखिर आधिकारिक तौर पर दो गुटों में बंट गई. चुनाव आयोग ने ठाकरे और शिंदे ग्रुप की पार्टी के नए नाम और नए चुनाव चिह्न को आवंटित कर दिया है. इससे आने वाले चुनावों में दोनो गुटों पर क्या असर पड़ेगा, आइए जानते हैं
महाराष्ट्र में शिंदे और ठाकरे ग्रुप के बीच शिवसेना पार्टी पर मालिकाना हक को लेकर चल रहे विवाद का अंत हो गया है. इलेक्शन कमीशन ने उद्धव ठाकरे और एकनाथ शिंदे की दिया पार्टी को नया नाम और नया चुनाव चिन्ह आवंटित कर दिया है।
क्या है नया नाम, नया चुनाव चिन्ह?
चुनाव आयोग ने शिंदे गुट की पार्टी का नाम ‘बालासाहिबची शिवसेना’ दिया है जबकि जबकि उद्धव ठाकरे गुट को ‘शिवसेना उद्धव बाला साहेब ठाकरे’ नाम आवंटित किया है.
वहीं उद्धव गुट को मशाल का चुनाव चिह्न आवंटित किया गया है. दूसरी तरफ शिंदे गुट से नए चुनाव चिह्न तलवार ढ़ाल दिया गया है.
दोनो गुटों ने जताई खुशी
जैसे ही चुनाव आयोग ने नए नाम और नए चुनाव चिन्ह आवंटित किए वैसे ही उद्धव ठाकरे गुट के नेता भास्कर जाधव ने खुश जताई और कहा कि वे इसे बड़ी जीत मानते हैं.’ शिवसेना के राज्यसभा सदस्य संजय राउत ने भी कहा कि उद्धव ठाकरे की पार्टी को ‘मशाल’ चुनाव चिन्ह मिला है इससे पार्टी आने वाले दिनों में बड़ी क्रांति लाएगी.
वहीं महाराष्ट्र के सीएम एकनाथ शिंदे ने ट्वीट करके कहा है कि “आखिरकार बालासाहेब ठाकरे के मजबूत हिंदुत्ववादी विचारों की जीत हुई। हम बालासाहेब के विचारों के उत्तराधिकारी हैं।” इस तरह से शिंदे गुट ने खुशी व्यक्त की ।
नए नाम, नए चिन्ह से लड़ेंगे चुनाव
महाराष्ट्र के अंधेरी ईस्ट में चुनाव होने वाला है. इस सीट पर 3 नवंबर को उपचुनाव होने वाला है. 14 अक्टूबर नामांकन की आखिरी तारीख है. जबकि 17 अक्टूबर तक नामांकन वापस लिया जा सकता है.
अब दोनों गुट ने नए नाम वाली पार्टी और नए चुनाव चिन्ह से मैदान में उतरेंगे. अब चुनाव में किसको जीत मिलेगी और किसको हार ये तो चुनवा के परिणाम ही बताएंगे.