Peace
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साहित्यनामा
शोर है बेइंतहा….फिर भी हैं खामोशियां…!! पढ़िए दिल को छू जाने वाली कविताएं…!!
रश्मिशंकर शोर तो बहुत है यहां … मगर खामोशियां साफ साफ दिखती हैं करोड़ों की भीड़ है , मगर तन्हाइयां…
रश्मिशंकर शोर तो बहुत है यहां … मगर खामोशियां साफ साफ दिखती हैं करोड़ों की भीड़ है , मगर तन्हाइयां…