ऑनलाइन फ्रॉड करने वालों की होगी धड़पकड़..,जाने कौन सी सरकारी एजेंसी रोकेगी धोखाधड़ी?
ऑनलाइन फ्रॉड की घटनाएं आए दिन होती रहती हैं. नेशनल साइबर सिक्योरिटी एजेंसी के तहत अब डिजिटल फ्रॉड करने वालों की धड़पकड़ कैसे की जाएगी, आइए जानते हैं
नई दिल्ली, 17 अप्रैल. डिजिटल इंडिया के दौर में एक ओर केंद्र सरकार जहां डिजिटिलाइजेशन को बढ़ावा दे रही हैं तो वहीं दूसरी ओर ऑनलाइन घोखाधड़ी करने वालों की धड़पकड़ के लिए ठोस प्लान बना रही है.
ऑनलाइन फ्रॉड करने वालों की होगी पहचान?
दरअसल सरकार ने 100 दिनों का एक प्लान तैयार किया है जिसके तहत नेशनल साइबर सिक्योरिटी एजेंसी को महत्वपूर्ण जिम्मेदारी दी गई है. ये एजेंसी फोन करके धोखाधड़ी करने वालों की पहचान करने करेगी, उनकी आईडेंटी उजागर उनपर कानून कार्रवाई की जाएगी। इसके अलावा जिस फोन से फ्रॉड करने की कोशिश की गई है, उस नंबर को भी ब्लॉक किया जाएगा।
साथ ही इस तरह के मामलों की शिकायत के लिए एक नोडल एजेंसी बनाई जाएगी, जिसे नेशनल साइबर सिक्योरिटी एजेंसी नाम से जाना जाएगा। सरकार की कोशिश है कि किसी भी तरह के फ्रॉड को समय रहते पहचान कर उसे ब्लॉक किया जाए।
आईडी सिस्टम होगा लागू
सरकार से जुड़े सूत्रों के मुताबिक, इसी साल 1 अगस्त से देशभर में कॉलर आईडी सिस्टम लागू किया जाएगा. इसके तहत कॉलिंग नेम प्रेजेंटेशन सर्विस को लागू किया जाएगा. इससे कॉल करने वालों की पहचान प्रदर्शित हो जाएगी.
इस कार्य को नेशनल साइबर सिक्योरिटी एजेंसी (NCSA) द्वारा शुरू किया जाएगा। ये एक सरकार एजेंसी है जिसका काम डिजिटल फ्रॉड को रोकना है।