ऑपरेशन कावेरी: सूडान में फंसे 600 भारतीयों की स्वदेश वापसी…जानिए अभी भी कितने लोगों की फंसी है निकासी ?
ऑपरेशन कावेरी एक रेस्क्यू ऑपरेशन है, जिसे मोदी सरकार ने 24 अप्रैल, 2023 को सूडान से भारतीय लोगों को वापस लाने के लिए शुरू किया है। इसके लिए एयर फोर्स के दो एयरक्राफ्ट और भारतीय नौसेना के शिप सुमेधा को लगाया गया है. आइए जानते हैं कि सूडान में क्यों हिंसक संग्राम छिड़ा हुआ है?
ऑपरेशन कावेरी से मोदी सरकार ने 600 भारतीयों को स्वदेश वापसी करा दी है लेकिन अभी भी 2 हजार भारतीय वहां फंसे हुए हैं जिनको वापस लाने की कोशिश की जा रही है.
सूडान में क्यों छिड़ा हिंसक संग्राम
दरअसल सूडान में गृह युद्ध पूरी तरह से छिड़ चुका है, पूरे देश में भय और अराजकता का माहौल बना हुआ है, वहां पर कई सारे देशों के नागरिक फंसे हुए हैं | सभी देश अपने नागरिकों को वहां से निकालने की कोशिश में जुटे हुए हैं |
सूडान की गिनती अफ्रीका के बड़े देशों में होती है। सूडान में घमासान की शुरूआत साल 2021 में हुई थी जब वहां की आर्मी ने तख्तापलट कर दिया था तब से वहां पर कोई लोकतांत्रिक सरकार नहीं है। इसके बाद देश में शासन को लेकर आर्मी और रैपिड सपोर्ट फोर्स के बीच तनाव चल रहा है जिसके चलते वहां गृह युद्ध जैसे हालात बन गए हैं.
यह संघर्ष आर्मी चीफ जनरल अब्देल फतेह अल बुरहान और पैरामिलिट्री( रैपिड सपोर्ट फोर्स) के चीफ हमदान दगालो के बीच चल रहा है। बुरहान चाहते हैं कि वह किसी निर्वाचित सरकार को ही सत्ता सौंपेगे लेकिन इस पर सहमति नहीं बनी। वहीं, रैपिड फोर्स के सैनिक यदि आर्मी में शामिल कर लिए जाएं तो नई आर्मी चीफ कौन होगा इस पर भी सहमति नहीं बन पा रही है, जिसकी वजह से वहां हिंसा फैल रही है जिसमें सैकड़ों लोगों की जान चली गई है.
ऑपरेशन कावेरी के जरिए भारतीयों की मदद
भारत सरकार अपने लोगों को सूडान से निकालने के लिए ऑपरेशन कावेरी की शुरूआत कर दी है जिसके तहत वहां फंसे लोगों को स्वदेश लाया जा रहा है. अब तक 600 लोगों वापस आ चकु हैं और बाकी लोगों की वापसी के प्रयास किए जा रहे हैं.
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क्या कहा?
कोच्चि में हाल ही में युवम कॉन्क्लेव (Yuvam Conclave) को संबोधित करते हुए पीएम मोदी ने कहा,
‘सूडान में गृहयुद्ध की वजह से हमारे कई लोग वहां फंस गए हैं। इसलिए हमने उन्हें सुरक्षित लाने के लिए ‘ऑपरेशन कावेरी’ शुरू किया है। इसकी देखरेख केरल के बेटे और हमारी सरकार के मंत्री मुरलीधरन कर रहे हैं।’
विदेश मंत्रालय के मुताबिक लगभग 3 हजार भारतीय सूडान में रहते हैं जिनमें से 600 लोगों को वापस लाया जा चुका है और बाकि लोगों की सकुशल वापसी के प्रयास सुनिश्चित किए जा रहे हैं.
एजेंसियां
(ये स्टोरी YT NEWS के साथ इंटर्न कर रहे अनुज सिंह ने लिखी है.)