ऑपरेशन शीशमहल से दिल्ली की राजनीति में आया भूचाल…45 करोड़ खर्च करके बने केजरीवाल के ‘महल’ पर उठे सवाल
ऑपरेशन शीशमहल में खुलासा हुआ है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने सरकारी आवास के निर्माण पर 45 करोड़ रुपये खर्च किए गए। इस खुलासे के बाद किस तरह से नेताओं के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हो गया है, आइए जानते हैं.
ऑपरेशन शीशमहल में खुलासा हुआ है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने अपने सरकारी आवास के निर्माण पर 45 करोड़ रुपये खर्च किए गए।
क्या है ऑपरेशन शीशमहल?
एक प्राइवेज न्यूज चैनल द्वारा ‘ऑपरेशन शीशमहल’ किया गया है. इसमें कई तरह के खुलासे किए गए हैं. आरोप है कि दिल्ली के सिविल लाइंस स्थित सीएम बंगले के रेनोवेशन और सौंदर्यीकरण पर कुल 44 करोड़ 78 लाख रुपये खर्च हुए।
कोरोना के दौरान जब दिल्ली के लोग ऑक्सीजन के संकट से प्राण गंवा रहे थे तब केजरीवाल सरकार ने 8 पर्दे लगवाए जिनकी कीमत 45 लाख रुपए है वहीं दूसरे चरण में 15 पर्दे का ऑर्डर दिया गया जिसकी कीमत 51 लाख रुपये थी। कुल मिलाकर 23 पर्दों का बजट करीब एक करोड़ रुपये है।
नियमों के मुताबिक अगर कोई सरकारी काम 10 करोड़ की रकम के ऊपर का होता है, तब ओपन टेंडर निकाला जाता है और फिर लोवेस्ट बिडर को टेंडर मिलता है, जबकि 10 करोड़ से कम होता है तब किसी टेंडर की जरूरत नहीं होती है।
केजरीवाल पर आरोप है कि सीएम के सरकारी आवास को इस नियम की अनदेखी की । उनके घर पर लगभग 45 करोड़ रुपए खर्च हुए इस लिहाज से उसके लिए ओपन टेंडर निकाला जाना चाहिए था, मगर पूरी रकम पांच टुकड़ों में बाटी गई और कीमत को कम दिखाया गया और इस लिहाज से टेंडर की जरूरत नहीं पड़ी।
बीजेपी ने केजरीवाल पर उठाए सवाल
‘ऑपरेशन शीशमहल’ के बाद दिल्ली की राजनीति में भूचाल आ गया है. बीजेपी ने केजरीवाल पर सवाल उठाया. बीजेपी कार्यकर्ताओं ने सीएम आवास के बाहर प्रदर्शन किया.
बीजेपी प्रवक्ता संबित पात्रा ने कहा कि सादगी, सच्चाई और ईमानादारी के नाम पर राजनीति में आए केजरीवाल खुद कितना बदल गए है. संबित पात्रा ने प्रेस कॉन्फ्रेंस करके कहा
“45 करोड़ रुपये खर्च कर ‘महाराज’ के महल का रेनोवेशन किया गया है। 8-8 लाख रुपये के पर्दे लगाए गए हैं। ये वो लोग हैं, जो रामलीला मैदान में शपथ लेने के लिए ऑटो में लटककर आए थे। कहते थे कि गाड़ी नहीं लेंगे, घर नहीं लेंगे।
1 करोड़ 15 लाख रुपये से अधिक का तो इनके घर में मार्बल लगा है, जो वियतनाम से मंगवाया गया है। संबित ने कहा कि ये उनके महल के रेनोवेशन की कहानी नहीं, बल्कि महाराज की मानसिकता के रेनोवेशन की कहानी है। कुछ नहीं लूंगा से.. सब कुछ लूट लूंगा। कुछ नहीं छोड़ूंगा”…।
बीजेपी के विधायक जितेंद्र महाजन ने सीएम केजरीवाल के इस्तीफे की मांग की वहीं कांग्रेस की अल्का लांबा ने मांग उठाई है कि अरविंद के बंगले की वीडियोग्राफी होनी चाहिए और केस की जांच होनी चाहिए।
‘आप’ ने दी सफाई
BJP के आरोप पर “आप” के सांसद संजय सिंह ने कहा कि CM आवास 1942 में बना था और काफी पुराना हो चुका है। पुराने घर में 3 घटनाएं हो चुकी हैं, जहां छत गिर गई थी और पीडब्ल्यूडी विभाग ने नए घर बनाने का निर्देश दिया था।
रुचि कुमारी