अयोध्या में छठे दीपोत्सव की तैयारियां हुई ख़ास…इस साल इतने लाख दिए जलाकर रचा जाएगा इतिहास..!!
दिवाली जिसे “दीपावली” के नाम से भी जाना जाता है. देश और दुनिया भर में ये त्योहार बहुत ही हर्ष और उल्लास के साथ मनाया जाता है.
दीपावली की अर्थ
दिवाली हिंदुओं के सबसे पवित्र त्योहारों में से एक है। ‘दीपावली’ का संधि विच्छेद करें तो इसका मतलब होता है दीप और आवली।
‘दीप’ का अर्थ होता है ‘दीपक’ तथा ‘आवली’ का अर्थ होता है ‘श्रृंखला’, यानि दोनों शब्दों को मिला दें तो इसका अर्थ हुआ दीपों की श्रृंखला या दीपों की पंक्ति।
उत्तर प्रदेश की योगी सरकार अयोध्या में दीपों की विशेष श्रृंखला के रुप में दीपोत्सव मनाती है.
अयोध्या में छठे दीपोत्सव की भव्य तैयारी
पिछले साल की तरह इस साल भी रामजन्म भूमि अयोध्या में दीपोत्सव मनाया जाएगा. ये छठा दीपोत्सव होगा जिसमें इतिहास रचने की तैयारी की जा रही है.
जहां बीते साल यानि 2021 में राम की पैड़ी में 9,50,000 दीपक एक साथ जलाकर साल 2020 का विश्व रिकॉर्ड तोड़ा गया था। वहीं इस बार 2021 के दीपोत्सव का भी रिकॉर्ड तोड़ा जाएगा।
इस साल अयोध्या में राम की पैड़ी पर 15 लाख दिए जलाने की तैयारी है वहीं सरयू के तटीय घाटों में 2 लाख दिए जलाए जाएंगे.
इस तरह नया विश्व रिकॉर्ड बन जाएगा क्योंकि राम की पैड़ी और सरयू के तटीय घाटों पर कुल मिलाकर इसक साल 17 लाख दिए जलाए जाएंगे।
यूपी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने छठे दीपोत्सव की तैयारियों का जायजा लिया और अधिकारियों के साथ समीक्षा बैठक की। इसके साथ ही उन्होंने सुरक्षा व्यवस्था से जुड़े आवश्यक दिशा निर्देश भी दिए।
भक्तों को कब मिलेंगे रामलला के दर्शन?
दीपावली का त्योहार कार्तिक महीने के अमावस्या को मनाया जाता है। यह त्योहार दुनिया भर के लोगों द्वारा बहुत उत्साह के साथ मनाया जाता है।
अयोध्या में राम मंदिर का निर्माण जोर-शोर से चल रहा है. रामजन्मभूमि कमेटी के मुताबिक दिसंबर 2023 तक अयोध्या में श्री रामभक्त प्रभु श्री रामलला जी के दर्शन कर पाएंगे.