जेल में मेल: कैदियों को ऐसी सुविधा देने वाला पहला राज्य बना पंजाब…क़ैदी हुए खुशहाल…कुछ लोगों ने उठाए सवाल..!!
सुज़ैन ख़ान
अभी तक पंजाब की जेलों में बंद कैदियों को फ़ोन के माध्यम से शीशे की दीवार के पीछे से ही बात करने की इजाज़त होती थी पर अब एक ख़ास सुविधा दी जा रही है.
कैदियों को मिलेगी ये सुविधा
पंजाब में अब कैदियों को अपने पति या पत्नी के साथ एकांत में समय बिताने की अनुमति दी जा रही है. इस सुविधा के कारण पति अपनी जीवनसाथी के साथ अंतरंग संबंध बना सकते हैं. पंजाब भारत का पहला ऐसा राज्य बना है जहाँ पर कैदियों को पर्सनल समय बिताने की सुविधा दी गई.
यह सुविधा सबसे पहले पंजाब के तरन तारन जिले गोइंदवाल जेल में प्रदान की गई. जेल से जुड़े अधिकारियों के मुताबिक, कैदी जेल में काफी अकेलापन महसूस करते हैं, ऐसे में कुछ वक्त वे अपने खास के साथ बिताते हैं तो वे बेहद खुद रहते हैं.
पंजाब जेल के विशेष महानिदेशक हरप्रीत सिद्धू ने बताया कि यह सुविधा सिर्फ़ उन्हीं कैदियों को दी जाएगी जिन का बर्ताव और स्वभाव अच्छा होगा.
इन देशों में मिलती है यह सुविधा
पंजाब सरकार के मुताबिक इस तरह की ख़ास सुविधा कनाडा, साउथ अफ़्रीका, सऊदी अरब, जर्मनी, ऑस्ट्रेलिया और अमेरिका जैसे देशों में दी जाती है.
सबसे पहले इस जेल में मिली सुविधा
गोइंदवाल साहिब की जेल में सबसे पहले ये सुविधा दी गई. जेल की पहली मंज़िल पर रूम को तैयार किया गया है. जिसमें डबल बेड, वॉशरूम, एक मेज, दो कुर्सी, एक छोटा स्टूल और दो ग्लास और एक पानी से भरा हुआ है जग रखा गया है. साथ में रहने के लिए 2 घंटे का समय निर्धारित किया गया है.
सुविधा पर उठे सवाल
पंजाब सरकार की इस सुविधा के कारण जहां कैदी एक तरफ बहुत ख़ुश हैं वहीं कुछ लोग इस पर सवाल भी उठा रहे हैं. उनका कहना है कि कैदियों को उनके किए की सजा दी जाती है वहां पर मजा देेने का कोई मतलब नहीं है.
सिद्धू मूसेवाला की मां चरण कौर इस तरह की सुविधा के खिलाफ हैं. सिंगर सिद्धू मूसेवाला के 18 अभियुक्त गोइंदवाल जेल में ही बंद हैं .
वहीं रिटायर्ड जेल अधीक्षक का मानना है कि सरकार का ये स्वागत योग्य कदम है. कैदियों को इससे परिवार वालों से बात करने का मौका मिलेगा इससे वे बेहतर महसूस करेंगे. साथ ही इस सुविधा के कारण वे मानसिक तनाव से भी दूर होंगे. जेल में कैदियों को सुधारने का भी यह एक विकल्प हो सकता है.