अमृतपाल सिंह को पकड़ने के लिए पंजाब पुलिस कर रही है छापेमारी…जानिए कौन है अमृतपाल…कब होगी इसकी गिरफ्तारी?
अमृतपाल सिंह पंजाब पुलिस के लिए बीते कुछ दिनों से बहुत बड़ा सिर दर्द बन गया है. खालिस्तानी समर्थक अमृतपाल सिंह पर पुलिस ने NSA लगाया है तो लुक आउट नोटिस भी जारी किया है, उसकी गिरफ्तारी के लिए सर्च ऑपरेशन भी चल रहा है, आइए जानते हैं कौन है अमृतपाल सिंह?
अनुज सिंह
अमृतपाल केस मे पंजाब पुलिस के हाथ अभी तक खाली हैं. वैसे तो पुलिस ने उसके 78 साथियों को गिरफ्तार किया है लेकिन अमृतपाल सिंह अभी तक फरार है. उसको पकड़ने के लिए पुलिस ने लुकआउट नोटिस भी जारी किया है. पुलिस का सर्च अभियान जारी है.
अमृतपाल सिंह के कई सारे वीडियोज सामने आ रहा है. एक वीडियो में वो कपड़े बदलकर बाइक से जाता हुआ दिखाई दे रहा है तो वहीं एक दूसरे वीडियो में कार से जा रहा है.
पुलिस ने वीडियो में दिख रहे लोगों को गिरफ्तार कर लिया है. पंजाब पुलिस जल्द से जल्द अमृतपाल सिंह को गिरफ्तार करने की कोशिश में है | इसके लिए पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान सिंह एक्शन मोड में दिख रहे हैं |
कौन है अमृतपाल सिंह?
अमृतपाल सिंह का जन्म 14 जनवरी 1993 को हुआ था. वह वारिस पंजाब दे’ (Waris Punjab De) का प्रमुख है. भिंडरा वाले ने 1980 के दशक में सिखों के लिए अलग देश खालिस्तान की मांग उठाई थी और पूरे पंजाब में कोहराम मचा दिया था.
पंजाबी के रहने वाले दीप सिद्धू ने सितंबर 2021 में ‘वारिस पंजाब दे’ संगठन की स्थापना की थी। इसका मकसद बताया गया- युवाओं को सिख पंथ के रास्ते पर लाना और पंजाब को ‘जगाना’। इस संगठन के एक मकसद पर विवाद भी है वह है- पंजाब की ‘आजादी’ के लिए लड़ाई। दीप सिद्धू वही शख्स है जो 26 जनवरी 2021 को लाल किले पर, खाली स्थान का झंडा फहराया था |
अमृतपाल सिंह भिंडरा वाले से बेहद प्रभावित होकर खालिस्तानी समर्थक बन गया और अपने जैसे युवाओं को अपने साथ जोड़ने का काम कर रहा है. पंजाब में पिछले कुछ दिन से उसे जरनैल सिंह से भिंडरा वाले तक कहा जा रहा है |
अमृतपाल सिंह सितंबर 2022 में प्रमुखता से उभरा क्योंकि एक कार दुर्घटना में अपने पिछले नेता दीप सिद्धू की मृत्यु के बाद अपने संगठन का नेता बनने के लिए दुबई से भारत लौटा |
पहले वह दुबई में रहकर भी खालिस्तान मूवमेंट चला रहा था और भारत मे रहने वाले पंजाब के सिखों को वहीं से भड़का रहा था | लेकिन अपने संगठन के नेता के मृत्यु के बाद जब वह भारत लौटा तो भारत में रहकर ही पंजाब के सिखों को भड़काता था और खालिस्तान के नाम से अलग देश बनाने की कोशिश में लगा है.
पुलिस स्टेशन में किया था हंगामा
अमृतसर के अजनाला पुलिस स्टेशन पर उसने और उसके समर्थकों ने खूब हंगामा किया था. ये सभी हथियारों से लैस थे। इनके हाथ में लाठी, बंदूकें और तलवारें थीं। इन्होंने पुलिस के बैरिकेड्स भी तोड़ दिए गए और फिर जबरन पुलिस स्टेशन के अंदर घुस गए।
ये सभी अपने एक साथी लवप्रीत तूफान की गिरफ्तारी का विरोध कर रहे थे जिसे पुलिस ने एक किडनैपिंग केस में अरेस्ट किया था। करीब आधे घंटे तक पुलिस और भीड़ के बीच झड़प होती रही और पुलिस को धमकी भी दी गई।
इसके बाद पुलिस दबाव में आ गई और पुलिस ने आरोपी को छोड़ दिया इसके बाद इस मामले ने तूल पकड़ लिया. अमृतसर के अजनाला कांड के बाद पुलिस समेत सुरक्षा एजेंसियां भी अलर्ट हुईं और इस पर तेजी से शिकंजा कसना शुरू हुआ.
पहले अमृतपाल के समर्थकों पर एक्शन लिया गया. उसके बाद अब अमृतपाल के ठिकानों पर छापेमारी की गई. पंजाब में माहौल न बिगड़े इसके लिए ऐहतियातन कुछ जिलों में इंटरनेट सेवाएं बंद की गई हैं. अमृतपाल सिंह के खिलाफ 3 केस दर्ज हैं, इनमें 2 हेट स्पीच के संबंधित हैं.