रेलवे ने शुरू किया जनरल बोगी के सामने इकोनॉमी फूड स्टॉल लगाना…केवल 20 रु. में मिलेगा स्वादिष्ट खाना
रेलवे ने जनरल डिब्बों में यात्रा करने वाले यात्रियों को खुशखबरी दी है. अब आपको स्टेशन पर उतर के खाना के तलाश में इधर उधर नही भटकना पड़ेगा. दरअसल रेलवे ने इकोनॉमी स्टॉल की शुरुआत की है । हर स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर जहां जनरल डब्बा लगेगा वहीं एक स्टॉल लगा होगा. आइए जानते हैं कि किस रेट में कौन सा खाना उपलब्ध होगा?
रेलवे अब जनरल डिब्बे में यात्रा कर रहे यात्रियों को सस्ते दामों में अच्छा खाना मिलेगा…
हमारे देश में हर प्रकार की ट्रेनें चलती हैं लेकिन हर ट्रेन में सबसे ज्यादा जिस डिब्बे में यात्री यात्रा करते हैं वो हैं जनरल डिब्बे, और जो लोग यात्रा लोकल एरिया में करते हैं वे भी जनरल डिब्बे की सवारी करते हैं।
अगर आप भी जनरल डिब्बे में ट्रैवल करते हैं या करना चाहते हैं तो आपके लिए एक खुशखबरी है । खुशखबरी ये की अब आपको भी स्टेशन पर उतर के खाना के तलाश में इधर उधर नही भटकना पड़ेगा ।
कैसे मिलेगा खाना ?
दरअसल भारतीय रेल ने अब इकोनॉमी स्टॉल की शुरुआत की है । हर स्टेशन के प्लेटफॉर्म पर जहां जनरल डब्बा लगेगा वहीं एक स्टॉल लगा होगा जहां पर एकदम किफायती रेट में खाना उपलब्ध होगा ।
यात्रियों के पास दो तरह के भोजन का विकल्प होगा । 20 रुपये वाले फूड पैकेट में 7 पूड़ी (175 ग्राम), आलू की सूखी सब्जी (150 ग्राम) और अचार (12 ग्राम) मिलेंगे ।
वहीं 50 रुपये वाले पैकेट में राजमा-चावल, खिचड़ी, छोले भटूरे, पाव भाजी या मसाला डोसा में से कोई एक ले सकते हैं । 20 रुपये के खाने को इकोनॉमी और 50 रुपये के खाने को स्नैक्स मील नाम दिया गया है । वहीं तीन रुपये में एक पैक ग्लास पानी मिलेगा ।
ये सेवा रेलवे और आईआरसीटीसी मिलकर शुरू कर रहे हैं. रेलवे प्लेटफॉर्म पर प्रायोगिक तौर पर 6 महीने के लिए काउंटरों की यह सुविधा दी गई है. इस व्यवस्था की यात्रियों ने तारीफ की है. जनरल बोगी में आम साधारण लोग ही ज्यादातर सफर करते हैं. ऐसे में उन्हें सस्ती दर पर पौष्टिक भोजन मुहैया कराना एक प्रसंशनीय कार्य है । प्रवीन कुमार, एरिया मैनेजर, आईआरसीटीसी, धनबाद
इसके लिए रेल परिसर के लाइसेंसी वेंडरों के जरिए आईआरसीटीसी के माध्यम से यह व्यवस्था बहाल की जा रही है । फिलहाल कुछ स्टेशनों पर ही ये सुविधा उपलब्ध कराई गई है , आनेवाले समय में हर स्टेशन पर इस सुविधा को देने की बात कही जा रही है।
Adarsh Pandey