सच्ची कहानी को बताने के लिए डॉक्टर से बने डायरेक्टर.. राजस्थान सरकार ने इस फ़िल्म को किया टैक्स फ्री..!!
जयपुर. फिल्में समाज का आईना होती हैं. फिल्में समाज को प्रेरणा भी दे सकती हैं और लोगों को अपने जीवन के प्रति एक नया नजरिया भी दे सकती है. ऐसी फिल्मों को सरकार से प्रोत्साहन मिलना चाहिए. ‘ऐ जिंदगी’ एक ऐसी ही फिल्म है जो अंगदान के महत्व को बताती है. ये एक सच्ची घटना पर आधारित फिल्म है। राजस्थान सरकार ने रेवती और सत्यजीत स्टारर इस फ़िल्म को टैक्स- फ्री कर दिया है।
अनिर्बान बोस द्वारा निर्देशित और शिलादित्य बोरा द्वारा निर्मित फिल्म ‘ऐ जिंदगी’ फिल्म इन दिनों चर्चा में है. अंगदान जैसे संवेदनशील मुद्दे पर बनी इस फिल्म को राजस्थान में टैक्स फ्री कर दिया गया है.
टैक्स फ्री पर प्रतिक्रिया
इस खबर पर अपनी प्रतिक्रिया देते हुए, फ़िल्म के निर्माता शिलादित्य बोरा ने कहा, “हम इस संकेत के लिए राजस्थान सरकार को धन्यवाद देना चाहते हैं।
इसे टैक्स-फ्री बनाने से अधिक लोगों को यह देखने की अनुमति मिलेगी कि अंग दान कैसे जीवन को बदल देता है और लाखों लोगों को आशा देता है जो अन्यथा मर जाते हैं। एक अंग की प्रतीक्षा में।”
यह फ़िल्म डॉक्टर, नर्स और तमाम मेडिकल फ्रंटलाइनर के जज्बे को दिखाती है, इस फ़िल्म में एक्ट्रेस रेवती एक ग्रीफ काउंसेलर का किरदार निभा रही हैं। जो मरीज को दर्द से उबरने में मदद करती हैं।
इस फिल्म की कहानी विनय और उससे जुड़े लोगों के दर्द के इर्द-गिर्द घूमती हैं जो ऑर्गन डोनर की खोज कर रहे हैं। सच्ची घटनाओं से प्रेरित फिल्म प्यार, उपचार और आशा जैसे सवेंदनशील विषयों का मेल हैं।
डॉक्टर से डॉयरेक्टर बने अनिर्बान बोस
अनिर्बान बोस अमेरिका में प्रैक्टिस करने वाले डॉक्टर रहे हैं. वे बेसिकली नेफ्रोलॉजिस्ट यानि गुर्दे के डॉक्टर. एक बार वे एक फाउंडेशन के चंदा इकट्ठा करने वाले एक कार्यक्रम में गए.
वहां उन्होंने अंगदान पर एक ऐसी सच्ची कहानी सुनी कि उन्होंने इस पर फिल्म बनाने की ठान ली। इससे पहले वे अपने डॉक्टर के प्रोफेशन के एक्सपीरियंस के आधार पर तीन किताबें भी लिख चुके हैं.