उभरते खिलाड़ी: हरियाणा के इस खिलाड़ी की रंग लाई मेहनत और लगन, जानिए टीम इंडिया में कैसे हुआ चयन?
नवेंदु शेखर झा, स्पोर्ट्स डेस्क
शाहबाज का जन्म 12 दिसंबर 1994 को हरियाणा के मेवात में हुआ था। बचपन से शाहबाज क्रिकेटर बनना चाहते थे लेकिन पिता ने उनका एडमिशन इंजीनियरिंग कॉलेज में करवा दिया। लेकिन शाहबाज को पढ़ाई में विशेष मन नहीं लगता था और वो कई बार क्रिकेट के लिए अपनी क्लास छोड़ देते थे।
इंजीनियर से क्रिकेटर बने शाहबाज
जब पिता को इस बात की जानकारी मिली तो उन्होंने शाहबाज को इंजीनियरिंग या क्रिकेट में से किसी एक को चुनने के लिए कहा और तब शाहबाज ने क्रिकेट को चुना। हालांकि बाद में उनको पिता का भी समर्थन मिला लेकिन पढ़ाई के साथ साथ उन्होंने इंजीनियरिंग की भी डिग्री पूरी की।
संघर्ष से मिली सफलता
शाहबाज के खून में ही क्रिकेट बसा था। उनके दादाजी भी क्रिकेट खेलते थे। क्रिकेट के लिए शाहबाज गुड़गांव के एक अकादमी में ट्रेनिंग लेते थे। इंजीनियरिंग की डिग्री पूरी होने के बाद दोस्त प्रमोद चंदीला के कहने पर शाहबाज हरियाणा छोड़कर बंगाल चले गए और बंगाल के तरफ से घरेलू क्रिकेट खेलने लगे।
अच्छे प्रदर्शन के बदौलत उनका चयन रणजी ट्रॉफी 2018-19 के लिए बंगाल की टीम में हुआ और फिर 2020-2021 में उनको इण्डिया “ए” टीम से खेलने का मौका मिला।
इस सीजन के आईपीएल में आरसीबी ने शाहबाज को 10 गुणा ज्यादा रकम देकर 2.40 करोड़ रुपए में फिर खरीदा और आईपीएल के 14वें संस्करण में शाहबाज का प्रदर्शन शानदार रहा। उन्होंने 157 के स्ट्राइक रेट से बल्लेबाजी की और आरसीबी के स्टार बल्लेबाज विराट कोहली से भी ज्यादा रन बनाए और चौके-छक्के जड़े।
पिता का सर्मपण
शाहबाज और उनके परिवार की सफलता और संघर्ष की जितनी प्रशंसा की जाए वह कम है। आरसीबी के इस युवा खिलाड़ी के पिता अहमद जान हरियाणा के एक जिले में एसडीएम के रीडर हैं।
उन्होंने बच्चों की पढ़ाई और अपनी नौकरी के लिए अपना गांव और घर दोनों छोड़ दिया था। वह चाहते थे उनके बच्चे डॉक्टर और इंजीनियर बने क्योंकि शाहबाज के पूरे गांव का माहौल ही कुछ ऐसा था। लेकिन कुदरत को तो कुछ और ही मंजूर था। शाहबाज की छोटी बहन फरहीन भी पेशे से एक डॉक्टर हैं।
शाहबाज की राजस्थान के खिलाफ 26 गेंदों में 45 रन की बेहतरीन मैच जिताऊ पारी को कौन भूल सकता है जहां दिनेश कार्तिक के साथ उन्होंने एक लाज़वाब साझेदारी निभाई थी। भविष्य की उड़ान के लिए अब जिंबाब्वे के खिलाफ सीरीज में शाहबाज के पास एक सुनहरा मौका होगा ।