हिजाब पर विवाद- सुप्रीम कोर्ट के जजों की अलग-अलग राय, बड़ी बेंच में भेजा गया मामला, इन देशों में हिजाब पर है बैन..!!
ऐजेंसी
नई दिल्ली. सुप्रीम कोर्ट भी हिजाब विवाद पर कोई स्पष्ट फैसला नहीं कर पाया है. कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले को रद्द करते हुए सुप्रीम कोर्ट के 2 जजों के बीच अलग अलग राय सामने आई है इससे अब तीन जजों की बड़ी बेंच में ये मामला में भेजा जाएगा, आइए जानते हैं कि विदेशों में हिजाब को लेकर क्या स्थिति है?
हिजाब पर विवाद बढ़ता ही जा रहा है. सुप्रीम कोर्ट भी कोई क्लियर फैसला नहीं निकला है. इस मामले की सुनवाई कर रही दो जजों की बेंच ने अलग-अलग फैसला सुनाया है. अब यह मामला चीफ जस्टिस के पास भेजा गया है. इसका मतलब ये हुआ कि अब हिजाब विवाद की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट की बड़ी बेंच करेगी जिसमें 3 जज शामिल होंगे.
कर्नाटक हाईकोर्ट का फैसला हुआ खारिज
इस मामले की सुनवाई करते हुए जस्टिस धुलिया ने कर्नाटक हाईकोर्ट के फैसले को खारिज कर दिया. इसके साथ ही उन्होंने सरकारी आदेश को भी रद्द कर दिया. सुप्रीम कोर्ट के वरिष्ठ वकीलों के अनुसार, जजों की अलग-अलग राय होने की वजह से कर्नाटक में फिलहाल स्कूल और कॉलेजों में हिजाब पर बैन लागू रहेगा.
किन देशों में हिजाब पर है बैन
हमारे देश में हिजाब पर विवाद अब हो रहा है. हिजाब पर बैन को लेकर सड़क से लेकर कोर्ट तक चर्चा और बहस हो रही है लेकिन दुनिया के कई देशों में बहुत पहले से हिजाब पर बैन लगा हुआ है इनमें से मुस्लिम देश भी शामिल हैं.
ट्यूनिशिया, ऑस्ट्रिया, डेनमार्क, फ्रांस, बेल्जियम, ताजिकिस्तान, बुल्गेरिया, कैमेरून, चेड, जर्मनी, कनाडा, कॉन्गो, गैबोन, नीदरलैंड, चीन, मोरक्को, अज़रबैजान, लेबनान, इजिप्ट, सीरिया श्रीलंका और स्विटजरलैंड जैसे देश में हिजाब पहनकर स्कूल या कॉलेज नहीं जा सकते.
फ्रांस की नेशनल एसेंबली ने सेपरेटिज्म बिल किया पास
फ्रांस ऐसा पहला यूरोपीय देश है जहां की नेशनल एसेंबली ने सेपरेटिज्म बिल पास किया हुआ है इसके मुताबिक स्कूलों या कॉलेजों में धर्म को जाहिर करने वाले कपड़ों पर 2004 से ही बैन लगा हुआ है.
इसके बाद 2011 में पब्लिक प्लेस पर भी चेहरा ढंकने पर रोक लगा दी है. इसके तहत स्कूल ट्रिप, पार्क, मॉल, मेट्रो जैसे किसी भी पब्लिक प्लेस पर हिजाब पहनने या किसी भी तरह से चेहरा ढंकने वाले कपड़े पहनने पर पाबंदी है. इस नियम को नहीं मानने वालों पर वहां की पुलिस सख्त कार्रवाई करती है.