यूपी बीजेपी में घमासान…योगी और मौर्या में संग्राम…मोदी-शाह निकालेंगे समाधान ?
लोकसभा चुनाव में बीजेपी को सबसे ज्यादा निराश यूपी ने किया. हार के लिए कौन जिम्मेदार..यही तय करने के लिए एक दूसरे पर बयानों के बाण चलाए जा रहे हैं. उपचुनाव के लिए योगी ने जो अपनी सुपर 30 मंत्रियों की टीम बनाई है उसमें से दोनों डिप्टी सीएम के नाम नहीं है. उपचुनाव के रिजल्ट आने के बाद योगी सरकार और संगठन में किस तरह से फेरबदल हो सकता है.आइए जानते हैं
नई दिल्ली। देश के सबसे बड़े सूबे में सबसे बड़ा सियासी घमासान मचा हुआ है. लोकसभा चुनाव में बीजेपी को उत्तर प्रदेश में उम्मीद के मुताबिक परिणाम नहीं मिले तब से राज्य बीजेपी के नेता आपस में एक दूसरे पर बयानों के बाण चला रहे हैं।
लखनऊ की लड़ाई दिल्ली दरबार में आई
योगी सरकार से नाराज केपी मौर्या से लेकर यूपी बीजेपी के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने जेपी नड्डा, अमित शाह से लेकर नरेंद्र मोदी तक से मुलाकात करके अपनी शिकायत दर्ज कराई है.
सीएम योगी से नाखुश डिप्टी सीएम मौर्या अपने गुट के नेताओं के साथ मोर्चा खोल दिया है. केशव प्रसाद मौर्या से लेकर यूपी बीजेपी के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने दिल्ली में पार्टी आलाकमान से मुलाकात की है. कहा जा रहा है कि दिल्ली से दोनों गुटों को मैसेज दिया गया है कि अभी उप-चुनाव पर फोकस करो.
असंतुष्ट नेता संजय निषाद और धर्मपाल सिंह सहित कुछ मंत्रियों और विधायकों ने सरकार पर संगठन के नेताओं और कार्यकर्ताओं को परेशान करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि ब्यूरोक्रेसी बहुत हावी है.
योगी सरकार और संगठन के बीच बहुत मतभेद हैं. इसके बाद बीजेपी हाईकमान ने डैमेज कंट्रोल करने की कोशिश की है. दिल्ली में पिछले दो दिनों में दो बड़ी बैठकें बड़े नेताओं के साथ हुईं।
पहले केशव प्रसाद मौर्य और प्रदेश अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने बीजेपी अध्यक्ष जेपी नड्डा से अलग अलग एक-एक घंटे तक मीटिंग की फिर यूपी बीजेपी के अध्यक्ष भूपेंद्र चौधरी ने पीएम मोदी से मुलाक़ात की.
भूपेंद्र चौधरी ने प्रदेश अध्यक्ष होने के नाते हार की जिम्मेदारी अपने ऊपर ली। इन सब के बीच दोनों गुटों को संदेश दिया गया है कि कोई एक दूसरे के बारे में कुछ नहीं बोलेगा और सभी मिलकर उप-चुनाव की तैयारियों पर फोकस करें
उत्तर प्रदेश में मचे सियासी घमासान के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से उनके आवास पर गृहमंत्री अमित शाह मिलने गए. सूत्रों के मुताबिक इस मीटिंग में फैसला लिया गया कि योगी पर फैसाल उपचुनावों के बाद लिया जाएगा.
योगी की सुपर 30 में डिप्टी सीएम के नाम नहीं
उधर योगी आदित्यनाथ ने 10 सीटों के उपचुनाव के लिए तैयारी कर ली है. इसके लिए उन्होंने अपने सहयोगी 30 मंत्रियों की स्पेशल ड्यूटी लगाई है।
इस लिस्ट में दोनों डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य और ब्रजेश पाठक के नाम नहीं है। इससे पहले बुधवार को बुलाई बैठक में भी ये दोनों डिप्टी सीएम नहीं आए थे। इससे पता चलता है कि योगी जी इन नेताओं को नज़रअंदाज कर रहे हैं.
फिलहाल यूपी में 10 सीटों के उपचुनाव तक भूपेंद्र चौधरी प्रदेश अध्यक्ष बने रहेंगे। उपचुनाव के रिजल्ट आने के बाद सरकार और संगठन में बड़े बदलाव होंगे. अब देखना होगा कि योगी की कुर्सी बचती है या जाती है. किस चेहरे को कौन सा पद मिलेगा, ये भी जल्द पता चलेगा.