बॉलीवुड से आई बेहद दुखद ख़बर…जाने-माने एक्टर और डॉयरेक्टर सतीश कौशिक के निधन से फैली शोक की लहर
ज़िंदगी का कोई भरोसा नहीं, कब कहां और कैसे मौत अपने आगोश में ले ले, किसी को पता नहीं होता. हाल ही में सतीश कौशिक दिल्ली में हंसी-खुशी से होली मना रहे थे. सिलेब्रेशन की फोटो सोशल मीडिया में अपडेट भी कर रहे थे फिर अचानक उनको बेचैनी होने पर गुरुग्राम के एक अस्पताल में लाया गया जहां पर डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. इसके बाद से राजनीति से फिल्मों तक की दुनिया में मातम छा गया.
बॉलीवुड के जाने माने एक्टर और डॉयरेक्टर सतीश कौशिक अब हमारे बीच नहीं रहे। उन्होंने 66 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कहा।
अनुपम खेर ने ट्वीट करके दी जानकारी
कई फिल्मों में सतीश कौशिक के साथ काम कर चुके अनुपम खेर ने ट्वीट कर ये जानकारी दी। उन्होंने लिखा
जानता हूं ‘मृत्यु ही इस दुनिया का अंतिम सच है!’ पर ये बात मैं जीते जी कभी अपने जिगरी दोस्त सतीश कौशिक के बारे में लिखूंगा, ये मैंने सपने में भी नहीं सोचा था। 45 साल की दोस्ती पर ऐसे अचानक पूर्णविराम ! ओम् शांति!
होली मनाने आए थे दिल्ली
सतीश कौशिक होली मनाने दिल्ली आए थे। वे हंसी-खुशी से होली मना भी रहे थे, उसकी फोटोज भी अपने सोशल मीडिया में पोस्ट कर रहे थे. अचानक उन्हें बेचैनी महसूस हुई तो उनको फोर्टिस अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया.
करीब 100 फिल्मों में किया काम
13 अप्रैल 1956 हरियाणा के महेंद्रगढ़ में जन्में सतीश कौशिक ने करीब 100 फिल्मों में काम किया. बॉलीवुड में अपना ब्रेक पाने से पहले उन्होंने थिएटर में काम किया था। थिएटर अभिनेता के रूप में उनकी सबसे प्रसिद्ध भूमिका हिंदी के नाटक ‘सेल्समैन रामलाल’ में की थी.
उन्होंने अपने करियर की शुरुआत 1983 में आई फिल्म ‘मासूम’ से की थी पर उनको पहचान 1987 में आई फिल्म मिस्टर इंडिया से मिली।
इसके बाद उन्होंने 1997 में दीवाना मस्ताना में पप्पू पेजर का किरदार निभाया था जो लोगों को बेहद पसंद आया. इसके अलावा उन्होंने साल 1990 में ‘राम लखन’ के लिए और 1997 में ‘साजन चले ससुराल’ के लिए सर्वश्रेष्ठ हास्य अभिनेता का फिल्मफेयर पुरस्कार भी जीता था।
‘रूप की रानी चोरों का राजा’ के बने डॉयरेक्टर
1993 में आई ‘रूप की रानी चोरों का राजा’ डॉयरेक्टर के रुप में उनकी पहली फिल्म थी जिसमें अनिल कपूर और श्रीदेवी मुख्य भूमिका में थे. ये उस दौर की सबसे महंगी फिल्म थी लेकिन ये बुरी तरह से फ्लॉप हो गई थी जिसके बाद उन्होंने एक इंटरव्यु में बताया था कि वे इस कदर परेशान हुए कि उनको सुसाइड के ख्याल आने लगे थे.
इसके बाद साल 2003 में आई सलमान खान की फिल्म तेरे नाम का सतीश कौशिक ने निर्देशन किया था. ये उस दौर की सुपर हिट फिल्म थी. इसके अलावा उन्होंने अर्जुन रामपाल, अमीषा पटेल और जायद खान अभिनीत फिल्म वादा का भी निर्देशन किया था।
साल 2021 में आई कागज फिल्म उनके निर्देशन में बनने वाली आखिर फिल्म थी. इसमें उन्होंने पंकज त्रिपाठी के साथ एक्टिंग भी की थी. इस मूवी को क्रिटकली एक्लेम्ड मूवी माना जाता है.
2007 में कौशिक ने अनुपम खेर के साथ मिलकर करोल बाग प्रोडक्शंस नामक एक नई फिल्म कंपनी शुरू की। इस बैनर तले उनकी पहली फिल्म तेरे संग थी, जिसका निर्देशन सतीश कौशिक ने किया था।
सतीश कौशिक की स्कूली पढ़ाई दिल्ली में हुई थी। किरोड़ीमल कॉलेज से ग्रेजुएशन के बाद उन्होंने नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा (NSD) से अभिनय की बारीकियां सीखीं.