दरअसल कई लोगों को उनके WhatsApp पर एक मैसेज आ रहा है जिसको लेकर युवा बेहद उत्साहित लग रहे हैं क्योंकि उनको लगता है कि बेरोजगारी भत्ते के नाम पर सरकार कोई योजना चला रही है. मैसेज पर भरोसा करने के बजाय उसको क्रॉस चेक करना चाहिए ताकि पता चले कि वायरल हो रहे मैसेज की क्या सच्चाई है?
मैसेज में ये भी लिखा है कि जिन लोगों ने रजिस्ट्रेशन कर लिया है उनको इस योजना के तहत 3,400 रुपये उनके बैंक अकाउंट में आ भी गए हैं इसलिए आप भी तुरंत रजिस्ट्रेशन करें और इस स्कीम का लाभ उठाएं.
इस तरह से इम मैसेज में यह बताने की कोशिश की गई है कि कई लोगों को आवेदन के तहत पैसा मिल भी चुका है ताकि लोगों का भरोसा बढ़ जाए साथ ही इसके लिए रजिस्ट्रेशन का लिंक भी दिया है जो पहली नजर में सही लगता है लेकिन इसकी सच्चाई सरकारी संस्था पीआईबी ने बताई है.
क्या है वायरल मैसेज की सच्चाई?
केंद्रीय सूचना और प्रसारण मंत्रालय के अंतर्गत आने वाली संस्था पीआईबी यानि प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो ने इस वायरल मैसेज की सच्चाई सबको बताई है.
इस फैक्ट चेक में पीआईबी ने कहा है कि ऐसी कोई योजना केंद्र सरकार नहीं चला रही है जिसके तहत युवाओं को हर महीने 3,400 रुपये दिए जा रहे हों
ये मैसेज पूरी तरह से फेक यानि फर्जी है इसलिए कोई भी इस मैसेज के लिंक पर क्लिक करके अपनी जानकारी किसी को न दे क्योंकि इससे आपके साथ साइबर क्राइम हो सकता है.