Women’s Asia Cup:भारतीय महिला टीम ने फाइनल में श्रीलंका को 8 विकेट से हराया…लगातार 7वीं बार एशिया कप का खिताब जीता..!!
स्पोर्ट्स डेस्क
महिला एशिया कप 2022 के फाइनल मुकाबले में भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने श्रीलंका को हराकर जीत हासिल की। इसी के साथ लगातार 7वीं बार भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने एशिया कप का खिताब अपने नाम किया। आइए जानते हैं कि टीम ने फाइनल में जीत कैसे हासिल की?
इस मैच में श्रीलंका की कप्तान ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने का फैसला किया। पहले खेलते हुए श्रीलंका की टीम भारतीय गेंदबाजी के सामने पूरी तरह से धराशाई हो गई।
कैसी रही श्रीलंका की परफॉर्मेंस?
टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी करने उतरी श्रीलंका की शुरुआत अच्छी नहीं रही और उसने 10 रनों के भीतर ही अपने 4 विकेट गंवा दिए। पहले विकेट के रूप में कप्तान अथापथु आउट हुई। उन्हें रेणुका सिंह ने 6 रनों के निजी स्कोर पर रन आउट किया।
दूसरे विकेट के रूप में भी 1 रन बनाकर हर्षिता आउट हुई। जब टीम का स्कोर 9 रन था उन्हें रेणुका सिंह ने रिचा घोष के हाथों कैच कराया।
टीम ने 20 ओवर में 9 विकेट पर 65 रन ही बना पाई और भारत को जीत के लिए 66 रन का लक्ष्य मिला। भारत ने जीत के लिए मिले लक्ष्य को 2 विकेट खोकर हासिल कर लिया और इस मैच को जीतते हुए एशिया कप 2022 का खिताब अपने नाम किया।
कैसा रहा भारत का प्रदर्शन?
भारतीय टीम की शुरूआत खराब रही. ओपनर बल्लेबाज शेफाली वर्मा ने 5 रन पर अपना विकेट गंवा दिया. ये भारत का पहला विकेट था तो वहीं जेमिमा रोड्रिग्ज ने 2 रन पर अपना विकेट गंवाया और वो बोल्ड हो गईं।
इसके बाद स्मृति मंधाना के तेज नाबाद अर्धशतकीय पारी और कप्तान हरमनप्रीत कौर की नाबाद 11 रन की पारी के दम पर भारत ने 8.3 ओवर में 2 विकेट पर 71 रन बनाते हुए मैच में जीत दर्ज की।
स्मृति मंधाना ने 25 गेंदों का सामना करते हुए 3 छक्के व 6 चौकों की मदद से नाबाद 51 रन की पारी खेली।
महिला टीम ने रिकार्ड 7वीं बार जीता एशिया कप
भारतीय महिला टीम ने रिकार्ड 7वीं बार एशिया कप खिताब अपने नाम किया। भारत ने 2022 से पहले 2004, 2005-06, 2006, 2008, 2012 और 2016 में एशिया कप खिताब अपने नाम किया था।
वहीं साल साल 2018 यानी पिछले सीजन में भारतीय टीम फाइनल में पहुंची थी, लेकिन उसे बांग्लादेश ने हराकर पहली बार ये खिताब अपने नाम किया था। यानी लगातार 6 बार खिताब जीतने के बाद भारत का सिलसिला टूट गया था, लेकिन हरमनप्रीत की कप्तानी में भारत ने पिछली सफलता को फिर से दोहराया।