यूपी में अब हिंदी मीडियम के छात्रों की होगी भलाई….इंजीनियरिंग और डॉक्टरी की हिंदी में करेंगे पढ़ाई..!!
रश्मिशंकर
हिंदी लोगों के दिलों की भाषा है. अंग्रेजी की मजबूरी के चलते कई प्रतिभाशाली छात्र इंजीनियर या मेडिकल की पढ़ाई बीच में ही छोड़ देते हैं. ऐसे छात्रों को अब निराश नहीं होना पड़ेगा क्योंकि वे अब अपनी पढ़ाई हिंदी में भी कर सकेंगे.
यूपी के सीएम योगी ने किया एलान
इस मामले में देश के सबसे बड़े राज्य यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने ट्विट करके जानकारी दी है कि अब उत्तर प्रदेश में अब हिंदी में एमबीबीएस की पढ़ाई होगी। एमपी के बाद यूपी देश का ऐसा दूसरा राज्य होगा जहां हिंदी में एमबीबीएस की पढ़ाई होगी।
उन्होंने ट्वीट किया
‘उत्तर प्रदेश में मेडिकल और इंजीनियरिंग की कुछ पुस्तकों का हिंदी में अनुवाद कर दिया गया है। आगामी वर्ष से प्रदेश के विश्वविद्यालयों और महाविद्यालयों में इन विषयों के पाठ्यक्रम हिंदी में भी पढ़ने के लिए मिलेंगे।’
प्रदेश में मेडिकल, इंजीनियरिंग के साथ साथ अन्य टेक्निकल कोर्स की पढ़ाई भी हिंदी में कराने का प्लान तैयार किया जा रहा है.
उत्तर प्रदेश सरकार ने एमबीबीएस के तीन विषयों की किताबें हिंदी में करने के लिए 3 सदस्यों के एक पैनल का गठन किया है। इनमें जैन रसायन, शरीर रचना और चिकित्सा शरीर विज्ञान शामिल हैं।
हाल ही में केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने अपने मध्य प्रदेश का दौरा किया था. उन्होंने हिंदी भाषा में MBBS छात्रों के लिए हिंदी में किताबों का विमोचन किया था।
भोपाल में आयोजित एक समारोह में एमबीबीएस छात्रों के लिए मेडिकल बायोकेमिस्ट्री, एनाटॉमी और मेडिकल फिजियोलॉजी विषयों की हिंदी में पुस्तकों का अनावरण किया था।
मध्य प्रदेश देश का पहला राज्य बना था जहां मेडिकल की पढ़ाई हिंदी में करवाने की शुरूआत हुई
देश में हिन्दी में पढ़ाई क्यों है जरूरी !
इंजीनियरिंग, चिकित्सा विज्ञान की पुस्तकों में अंग्रेजी भाषा की कठिन शब्दावली के होने से हिन्दी माध्यम में पढ़ने वाले ग्रामीण छात्र-छात्राओं को कठिनाई होती है।
अब इंजीनियरिंग और मेडिकल कोर्स शुरू होने से हिन्दी माध्यम में पढ़ने वाले छात्र-छात्राओं के लिये पढ़ाई आसान होगी।